गिरिडीह(GIRIDIH): डुमरी रेफरल हॉस्पिटल में पदस्थापित चिकित्सा पदाधिकारी डॉक्टर जितेन्द्र कुमार सिंह का गुरुवार की सुबह अस्पताल परिसर स्थित आवास में आकस्मिक निधन हो गया. हड्डी, नस रोग के विशेषज्ञ और सर्जन के रूप में अस्पताल में पदस्थापित चिकित्सा पदाधिकारी की आकस्मिक निधन से अस्पताल परिवार समेत क्षेत्र के लोग मर्माहत हैं. किन्हीं को विश्वास ही नहीं हो रहा है कि उक्त दक्ष चिकित्सक का निधन हो गया है. घटना की जानकारी दिवंगत चिकित्सक के परिवार के सदस्यों को दे दी गई. जिसके बाद सारी कागजी प्रक्रिया को पूरी करा मृतक के परिजन शव को अपने साथ ले गये.
दिल का दौरा पड़ने का शक
इस सम्बन्ध में अस्पताल के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. राजेश महतो ने बताया कि सूबह लगभग आठ बजे एक कनीय चिकित्सक डॉ. मंसुर आलम द्वारा मुझे उक्त चिकित्सक की तबीयत खराब होने की जानकारी दी गई. इसके बाद जो चिकित्सीय सुविधा आवास पर दी जा सकती थी उसे दिया गया, लेकिन उन्हें बचाया नहीं जा सका. संभवतः उन्हें दिल का दौरा पड़ गया हो. उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य विभाग को अपूरणीय क्षति हुई है. उन्होंने बताया कि वरीय पदाधिकारी को घटना से अवगत करा दिया गया है. दिवंगत चिकित्सक अपने आवास में अकेले रहते थे.
एक दशक से ज्यादा समय से थे अस्पताल में कार्यरत
दिवंगत चिकित्सक बीते एक दशक से अधिक समय से अस्पताल में कार्यरत थे जबकि इस दौरान वे एक डेढ़ महीने के लिए प्रभारी के पद पर भी थे. वहीं एक दवा दुकान संचालक प्रभाकर कुमार को चिकित्सक ने उन्हें लगभग 7:45 बजे सुबह फोन कर बुलाया और उसके बाद डॉक्टर मंसूर आलम को बुलाने को कहा क्योंकि चिकित्सक के अनुसार उनकी तबीयत ठीक नहीं लग रही थी. घटना की खबर पाकर सीएस डॉ. शिव प्रसाद मिश्रा, डॉ. डीपी बरनवाल, डॉक्टर इन्द्रजीत, डॉ. आशीष कुमार, डॉ. राजशेखर भट्टाचार्य, डॉ. रवीन्द्र कुमार बीडीओ सोमनाथ बंकिरा प्रखण्ड प्रमुख उषा देवी, पूर्व प्रमुख यशोदा देवी, बीएएम राम प्रवेश, बीटीटी माणिकचंद महतो, कार्यालय कर्मी सहित की लोग अस्पताल पहुंचकर आयोजित शोक सभा में शामिल हुए. जानकारी के अनुसार दिवंगत चिकित्सक मूलरूप से बिहार के मुंगेर निवासी जो वर्तमान में भागलपुर में रहते थे, वह अपने पिछे पत्नी और दो पुत्र छोड़ गये हैं.
रिपोर्ट : दिनेश कुमार, गिरिडीह