दुमका(DUMKA): सोहराय पर्व को संथाल समाज का महापर्व कहा जाता है जो शहर से लेकर गांव तक हर घर धूम धाम से मनाया जाता है. सामान्यतः यह पर्व 8 जनवरी से शुरू होता है जो क्षेत्र विशेष में अलग-अलग दिन मनाया जाता है. लेकिन सरकारी विद्यालयों में कक्षा 1 से 7 तक की अर्द्धवार्षिक परीक्षा की तिथि 9 से 11 जनवरी तक प्रस्तावित है.
महापर्व के समय बच्चों की परीक्षा तिथि घोषित किए जाने से समाज के लोगों को लग रहा है कि बच्चे परीक्षा में शामिल नहीं हो पाएंगे. परीक्षा तिथि बढ़ाने की मांग को लेकर दिसोम मांझी थान समिति के दिसोम मांझी बालेश्वर हेंब्रम के नेतृत्व में एक शिष्टमंडल ने उपायुक्त से मिलकर एक ज्ञापन सौपा. दिसोम मांझी बाबा ने बताया कि झारखंड सरकार द्वारा सरकारी विद्यालय में कक्षा 1 से लेकर 7 वर्ग तक बच्चों की अर्द्धवार्षिक परीक्षा दिनांक 9 जनवरी 2023 से लेकर 11 जनवरी 2023 तक प्रस्तावित है. इस तिथि में पूरे झारखंड के संथाल आदिवासियों का महापर्व सोहराय काफी हर्षोउल्लास के साथ गांव एवं शहरों में बच्चे अपने घरों में मनाते हैं.
मुख्यमंत्री और शिक्षामंत्री के नाम सौंपा गया ज्ञापन
ऐसी परिस्थिति में बच्चे परीक्षा में शामिल नहीं हो पाएंगे. इसी विषय को लेकर मुख्यमंत्री झारखंड सरकार एवं शिक्षा मंत्री झारखंड सरकार को उपायुक्त के माध्यम से ज्ञापन भेजा गया और सरकार से मांग की गई कि परीक्षा की तिथि में परिवर्तन किया जाए. ताकि यहां के संताल आदिवासी बच्चे अपने प्रमुख त्योहार में शामिल होकर अपने परंपरागत संस्कृति एवं धरोहर को जान सके. ज्ञापन समर्पित करने वालों में मुख्य सलाहकार अजय हेंब्रम, मुख्य संरक्षक चंद्र मोहन हांसदा एवं समिति के सुभाष चंद्र सोरेन (दिसोम गुडित), रामप्रसाद हांसदा, कैप्टन सोरेन, फिलिप सोरेन एवं मांझी परगना स्वशासन समिति के सनत मरांडी, नंदकिशोर पावरिया, राखिशल मुर्मू, दिलीप हेंब्रम, हेमसल मुर्मू, दिलीप मुर्मू सनातन हेंब्रम आदि मौजूद रहे.
रिपोर्ट: पंचम झा, दुमका