रांची(RANCHI): झारखंड में नई सरकार का गठन होने वाला है. पूरे तामझाम के साथ 28 नवंबर को मोरहाबादी मैदान में शपथ ग्रहण समारोह है. ऐसे में चर्चा है कि अब झारखंड में कौन-कौन हेमंत मंत्री मंडल में शामिल होने वाला है. किसे जिम्मेवारी मिलने वाली है. चर्चा और कयास शुरू है. इस बीच अगर देखें तो राजद से एक, कांग्रेस से तीन, झामुमो छह और माले से एक मंत्री मण्डल में शामिल हो सकते है. इसे लेकर सभी पार्टी अंदर खाने मंत्री मण्डल में कौन शामिल होगा इसे लेकर कई नामों पर चर्चा कर रहा है.
सबसे पहले झामुमो की बात कर लेते है. झारखंड मुक्ति मोर्चा राज्य में सबसे बड़ी पार्टी है. ऐसे में मंत्रिमंडल में सबसे अधिक चेहरे शामिल होंगे. मुख्यमंत्री के अलावा छह मंत्री झारखंड मुक्ति मोर्चा से होंगे. अगर कुछ संभावित नाम पर गौर करें तो सबसे पहले मधुपुर से चुनाव जीते हफ़िजूल हसन का नाम है. इनके अलावा कोल्हान से दीपक बिरुआ और रामदास सोरेन की चर्चा है. साथ ही पलामू प्रमंडल से अनंत प्रताप देव को भी जगह मिल सकती है. साथ ही महिला कोटे से डॉ लुईस मरांडी या साबित महतो को मौका दिया जा सकता है.
इसके बाद कांग्रेस की बात करें तो इसका निर्णय केन्द्रीय नेतृत्व को लेना है. संभावित नाम कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व को भेज दिया गया है. जिसके बाद आलाकमान नाम पर मुहर लगाएगा. लेकिन इतना साफ है कि दलित,आदिवासी और अल्पसंख्यक के साथ सामान्य जाति से आने वाले गणित पर कांग्रेस आलाकमान आगे बढ़ेगा. हालांकि पेंच यहां यह भी है कांग्रेस को मंत्रिमंडल में तीन जगह दी जा रही है. लेकिन प्रदेश नेतृत्व ने चार की मांग की है.
इसके अलावा राजद से एक मंत्री मण्डल में शामिल होंगे. चर्चा है कि संजय सिंह यादव हुसैनाबाद, संजय कुमार सिंह यादव गोड्डा या फिर सुरेश पासवान देवघर को मौका दिया जा सकता है. तीन नाम पर चर्चा चल रही है. इसपर अंतिम निर्णय राजद सुप्रीमो लालू यादव को लेना है. अगर देखें तो सुरेश पासवान को विधायक दल का नेता चुना गया है. अब मंत्री मंडल में किसे जगह मिलती है. यह तस्वीर दो दिनों में साफ हो पाएगी.
राजद, कांग्रेस, झामुमो के साथ पहली बार संभवना है कि माले इस बार सरकार में शामिल हो सकती है. सिंदरी और नीरसा से लाल झंडा बुलंद हुआ है. ऐसे में संभावना है कि पार्टी इस बार हेमंत मंत्री मंडल में शामिल हो सकती है. अंदर खाने में आलाकमान इसकी चर्चा कर रहा है.