टीएनपी डेस्क(TNP DESK): अपने आखिरी निर्देशन, ‘द कश्मीर फाइल्स’ की भारी सफलता के बाद निर्देशक विवेक अग्निहोत्री ने अपने अगले प्रोजेक्ट की घोषणा कर दी. विवेक अग्निहोत्री वैक्सीन को लेकर ‘द वैक्सीन वॉर’ फिल्म बनाने जा रहे हैं. यह फिल्म स्वतंत्रता दिवस 15 अगस्त 2023 को 11 भाषाओं में रिलीज होगी. निर्देशक ने अपने जन्मदिन पर आज यानि 10 नवंबर को एक पोस्टर के साथ इस प्रोजेक्ट की घोषणा की, जिसमें आने वाली फिल्म के बारे में बताया गया.
विवेक अग्निहोत्री ने की नई फिल्म की घोषणा
‘द वैक्सीन वॉर’ के पोस्टर में एक वैक्सीन की बोतल है जिस पर शीर्षक लिखा है. पोस्टर की निचली पंक्ति में लिखा है कि ‘एक युद्ध जिसे आप नहीं जानते थे कि आप लड़े और जीत गए.’ हालांकि फिल्म के बारे में ज्यादा खुलासा नहीं किया गया है. मगर, फिल्म का नाम उस विषय के बारे में बहुत कुछ बताता है जिस पर फिल्म आधारित है, जो दर्शाता है कि यह भारतीय जैव-वैज्ञानिकों और स्वदेशी टीकों के बारे में कुछ अध्याय खोलेगा.
11 भाषाओं में होगी फिल्म रिलीज
फिल्म इसी महीने जल्द फ्लोर पर जाने के लिए तैयार है. विवेक अग्निहोत्री ने ट्विटर पर रोमांचक घोषणा करते हुए कहा कि “घोषणा: प्रस्तुत है 'वैक्सीन वॉर' - एक युद्ध की एक अविश्वसनीय सच्ची कहानी जिसे आप नहीं जानते थे कि जिसे भारत ने लड़ा और अपने विज्ञान, साहस और महान भारतीय मूल्यों के साथ जीता. यह होगा स्वतंत्रता दिवस, 2023 पर 11 भाषाओं में रिलीज होगी. कृपया हमें आशीर्वाद दें. #TheVaccineWar."
एक अन्य ट्वीट में उन्होंने लिखा, "पहली बार कोई भारतीय फिल्म 11 भारतीय भाषाओं में रिलीज होगी. @i_ambuddha & @AAArtsOfficial पर भारतीय फिल्म उद्योग को एक के रूप में एकीकृत करने में मदद करने के लिए यह हमारी विनम्र पहल है. #भारत का अपना सिनेमा."
शीर्षक के अनुसार, फिल्म महामारी के दौरान भारत में बने कोविड -19 वैक्सीन पर आधारित होने की उम्मीद है. फिल्म हिंदी, अंग्रेजी, बांग्ला, पंजाबी, भोजपुरी, कन्नड़, तमिल, तेलुगु, मलयालम, गुजराती और मराठी में रिलीज होगी.
विवेक अग्निहोत्री ने साझा की खुशियां
विवेक अग्निहोत्री, एक अनूठी कहानी सामने लाने के लिए उत्साहित हैं, उन्होंने अपने उत्साह को साझा किया और कहा, "जब द कश्मीर फाइल्स को COVID-19 लॉकडाउन के दौरान स्थगित कर दिया गया था, तो मैंने इस पर शोध करना शुरू कर दिया था. फिर हमने ICMR और NIV के वैज्ञानिकों के साथ शोध करना शुरू किया, जिन्होंने हमारे खुद का टीका बनाना संभव किया. उनके संघर्ष और बलिदान की कहानी जबरदस्त थी और शोध करते समय हमने समझा कि कैसे इन वैज्ञानिकों ने न केवल विदेशी एजेंसियों द्वारा बल्कि हमारे अपने लोगों द्वारा भी भारत के खिलाफ युद्ध छेड़ा. फिर भी, हमने सबसे तेज, सस्ता बनाकर महाशक्तियों के खिलाफ जीत हासिल की और सबसे सुरक्षित वैक्सीन बनाई. मैंने सोचा कि इस कहानी को बताया जाना चाहिए, ताकि हर भारतीय अपने देश पर गर्व महसूस कर सके. इसके अलावा उन्होंने आगे कहा, "यह एक जैव-युद्ध के बारे में भारत की पहली शुद्ध विज्ञान फिल्म होगी जिसके बारे में हमें कोई जानकारी नहीं थी."