भागलपुर(BHAGALPUR):आजकल मां और बेटे के बीच का रिश्ता महज धन दौलत का रिश्ता बनकर रह गया है. लेकिन बिहार के भागलपुर जिले से ठीक इसके उलट एक ऐसी तस्वीरे सामने आई है. जिसको देखकर लोगों को फिर से मां और बेटे के बीच के रिश्ते पर विश्वास जागेगा. लोगों को ये तस्वीर को देखकर बहुत कुछ सीखने को मिलेगा कि मां की किमत आखिर होती क्या है.
श्रवण कुमार की तरह बहंगी में लेकर देवघर निकले रंजीत
आपको बताये कि खगड़िया जिला के परवत्ता गांव निवासी रंजीत साह अपनी मां को बहंगी पर बैठाकर देवघर जलार्पण करने निकल पड़े है. रंजीत ने भगवा कपड़ा धारण कर नंगे पैर भोले की मस्ती के बीच कांवड़ यात्रा पर निकले है. ये श्रवण कुमार की तरह अपनी माता को बहंगी में बिठाकर जलाभिषेक करने सुल्तानगंज जा रहे है.
नंगे पांव बाबा भोले पर जलार्पण के लिए जा रहे है देवघर
बहंगी में जो खुशनसीब मां बैठी है, वो द्रौपदी देवी है. जिनको उनके बेटा और भतीजा बहंगी से ढ़ोकर सुल्तानगंज उत्तरवाहिनी गंगा से जल भर बाबा के दर्शन के लिए देवघर ले जा रहे हैं. जिनको रास्ते में हर कोई एक बार मुड़कर जरुर देख रहा है.
मां के स्वास्थ्य को लेकर मांगी थी मन्नत
दरअसल रंजीत कुमार बताते है कि उनकी मां काफी बीमार थी. दवा का असर नहीं हो रहा था. उन्होंने बाबा भोलेनाथ को पुकारा और बाबा ने उनकी पुकार सुन ली. उनकी मां बिल्कुल ठीक हो गई. जिसके बाद उन्होंने प्रण लिया कि मां को कांवड़ से लेकर पैदल बाबा धाम जाएंगे. जिसको वो पूरा कर रहे हैं.