पटना(PATNA):अतीक अहमद की मौत के बाद यूपी सहित पूरे देश में यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ और यूपी राज्य की विधि व्यवस्था पर सवाल उठ रहे हैं. लगातार वार प्रतिवार का सिलसिला जारी है. इसी बीच बिहार की राजधानी पटना से अतीक अहमद के समर्थन में नारेबाजी की खबर से हलचल मच गया है. अतीक के समर्थन में नारेबाजी की खबर से राजनीतिक बाजार गर्म हो गया है.
“नारेबाजी करने वालों को गोलियों से भून देना चाहिए”
आपको बताये कि 21 अप्रैल यानी शुक्रवार को आखिरी जुमे की नमाज के बाद पटना स्टेशन के जामा मस्जिद के पास नमाजियों की ओर से अतीक अहमद अमर रहे के नारे लगाए गए. जिसके बाद बिहार में राजनीति तेज हो गई है. नारे के बाद भाजपा नेताओं की ओर से नारेबाजी करने वाले लोगों पर तीखा हमला किया गया. भाजपा विधायक हरीश ठाकुर ने कहा है कि बिहार में अतीक के समर्थन में नारेबाजी करने वालों को गोलियों से भून देना चाहिए.
अपराधियों की कोई जाति धर्म नहीं होती - हरिभूषण ठाकुर बचौल
वहीं इसके बाद विधायक हरिभूषण ठाकुर बचौल ने कहा कि बिहार पीएफआई का अड्डा बन चुका है. जिसे राज्य सरकार का समर्थन प्राप्त है. अपराधियों की कोई जाति धर्म नहीं होती है. अगर कोई अपराधी का समर्थन करता है. तो वो भी अपराधी है. ऐसे लोगों को बीच चौराहे पर गोली मार देनी चाहिए.
नारेबाजी से समाज में गलत संदेश गया है- जदयू प्रवक्ता
वहीं इस नारेबाज़ी पर जदयू के तरफ से भी प्रतिक्रिया आई है. जदयू प्रवक्ता अभिषेक झा ने कहा कि उत्तर प्रदेश में पुलिस के रहते हुए अतीक अहमद की जो हत्या हुई है. वह भी स्वीकार नहीं है. और बिहार में इस तरह के नारेबाजी ठीक बात नहीं है. इससे समाज में गलत संदेश जाता है. अपराधी का कोई जाति और धर्म नहीं होता अपराधी अपराधी ही होता है. ऐसे लोगों पर कार्रवाई होनी चाहिए.
पुलिस-प्रशासन की रवैया से देशभर के लोग खफा हैं- एजाज अहमद
इस मामले पर आरजेडी प्रवक्ता एजाज अहमद ने कहा कि पुलिस के गिरफ्त में अतीक अहमद की जिस तरह से हत्या कर दी गई. वह ठीक नहीं क्योंकि हत्या जिस तरह से की गई यह दर्शाता है. कि यूपी में कानून व्यवस्था किस तरह का है. लोग जो नारेबाजी कर रहे हैं. वह ठीक नहीं है. लेकिन पुलिस-प्रशासन की रवैया से लोग देश भर में खफा है.