मोकामा(MOKAMA):छठ महापर्व आनेवाला है. ऐसे में लोग इसकी तैयारियों में जुट गये हैं. तो वहीं छठ घाटों की साफ-सफाई में जिला प्रशासन लगा हुआ है. इसी क्रम में जिला प्रशासन की टीम ने आज विभिन्न घाटों का निरीक्षण किया, जिसमें इस बात का खुलासा हुआ कि मोकामा के कई छठ घाट खतरनाक और जानलेवा स्थिति में है. जिसमें सबसे ज्यादा जर्जर स्थिति राजेंद्र सेतु गंगा घाट का है, जहां मरांची और हाथीदह समेत 3 पंचायतों के श्रद्धालुओं और व्रतियों की भीड़ जुटती है.
राजेंद्र सेतु गंगा घाट पर दो साल में लगभग डेढ़ दर्जन लोगों की मौत
वहीं साल 2022-23 में इस घाट पर लगभग डेढ़ दर्जन लोगों की मौत डूबने से हो चुकी है, तो वहीं एफ़्कौन्स की ओर से यहां नए डबल ट्रैक रेलवे पुल का निर्माण किया जा रहा है,इसकी वजह से गंगा घाटों से मेटेरियल ढूलाई के लिए घाटों से छेड़छाड़ किया जाता रहा है. आपको बता दें कि यहां कार्तिक महीने में गंगा स्नान की पौराणिक परम्परा रही है. जहां लोग भारी संख्या में जुटते है. लेकिन घाट सही नहीं रहने की वजह से लोगों में आक्रोश है.
सीओ ने दिया परेशानी खत्म करने का आश्वासन
इसे लेकर आज मोकामा के सीओ ज्ञानानंद और हाथीदह थानाध्यक्ष निधि कुमारी ने राजेंद्र सेतु गंगा घाट समेत कई घाटों का निरीक्षण किया.सीओ ने बताया कि श्रद्धालुओं को कोई परेशानी ना हो और घाट का सही निर्माण हो सके, इसके लिए कंपनी स्थानीय मुखिया और प्रशासनिक सहयोग से सुरक्षित घाटों का निर्माण किया जाएगा.