औरंगाबाद(AURANGABAD):बिहार और देश में बवाल करा चुके राजद के डेहरी से विधायक फतेह बहादुर सिंह ने शुक्रवार को एक बार फिर विद्या की अधिष्ठात्री मां सरस्वती को लेकर आपत्तिजनक टिप्पणी की है.लालू यादव के विधायक फतेह बहादुर सिंह ने एक बार फिर विवादित बयान देते हुए कहा है कि सरस्वती को ब्राह्मण ग्रंथों में ब्रह्मा की पुत्री बताया गया है, और फिर ब्रह्मा ने उसी से शादी की.पूजा चरित्रवान की होनी चाहिए, चरित्रहीनों की नहीं.
विद्यालयों में सरस्वती की जगह सावित्रीबाई फुले की फोटो लगनी चाहिए- फतेह बहादुर सिंह
विधायक ने इस दौरान बीजेपी पर भी निशाना साधा.मां दुर्गा पर टिप्पणी की. दाउदनगर में सिंचाई विभाग के आईबी में उन्होंने पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि विद्यालयों में सरस्वती की जगह सावित्रीबाई फुले की तस्वीर लगनी चाहिए. प्रार्थना सावित्रीबाई की होनी चाहिएय. यह पूछे जाने पर कि जब 60 वर्ष कांग्रेस की सरकार रही तो उसने भारत रत्न की उपाधि क्यों नहीं दी, तो विधायक ने कहा कि बीजेपी और कांग्रेस दोनों पर सवर्णों और मनुवादियों की पकड़ रही है.
विधायक डेहरी में सात जनवरी को सावित्रीबाई फुले की जयंती मनानेवाले हैं
वहीं जब विधायक से यह पूछा गया कि ऐसी स्थिति में फिर आज कांग्रेस के साथ कैसे हैं, आपने यह बात अपनी पार्टी के स्तर पर क्यों नहीं कही, तो उन्होंने कहा कि पहले और आज की कांग्रेस में बदलाव आया है.आज का कांग्रेस समाजवादी विचारधारा को लेकर साथ चल रही है. आपको बताये कि विधायक डेहरी में सात जनवरी को सावित्रीबाई फुले की जयंती मनानेवाले हैं इसको लेकर वह लोगों को आमंत्रित करने आए थे.उन्होंने कहा कि देश की पहली महिला शिक्षिका सावित्रीबाई फुले थी और उनकी जयंती मनाई जानी चाहिए. महिला दिवस उनके नाम पर होना चाहिए. वहीं बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी को लेकर कहा कि ब्राह्मणों की अधीनता स्वीकार कर ली है, वे कहते हैं कि तीन प्रतिशत ब्राह्मण श्रेष्ठ हैं, थे और रहेंगे तो फिर बाकी 97 प्रतिशत तो शुद्र ही हैं ना.