Ranchi-भाजपा प्रवक्ता प्रतुल शाहदेव के द्वारा राजधानी रांची से तीस किलोमीटर दूर मांडर में चार-चार मंदिरों में तोड़ फोड़ की घटना को बहुसंख्यक समाज की भावनाओं पर प्रहार बताये जाने पर पलटवार करते हुए झारखंड कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष बंधू तिर्की ने दावा किया है कि इसकी पीछे कहीं ना कहीं भाजपा की गहरी साजिश नजर आती है.
प्रशासन मामले की जांच में जुड़ा है, पुख्ता तौर पर कुछ भी बोलना जल्दबाजी
हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि अभी इस बारे में पुख्ता तौर पर कुछ भी बोला नहीं जा सकता, अभी मामला जांच के क्रम में है, प्रशासन मामले की जांच में लगी हुई है, इस हालत में अभी कुछ भी बोलना जल्दबाजी है, लेकिन जिस तरीके से और जिस दिन इस घटना को अंजाम दिया गया है, उसके सवाल खड़ा हो रहा है, और स्वाभाविक रुप से शक की सुई भाजपा की ओर बढ़ रही है, उन्होंने कहा कि याद रखिये कि आज ही झारखंड का पड़ोसी राज्य छत्तीसगढ़ और मध्यप्रदेश में मतगणना हो रही है, और ठीक उसी रात को घूप अंधेरे में चार-चार मंदिरों में प्रतिमाओं के साथ छेड़ छाड़ से किसको चुनावी लाभ हो सकता है. यदि आपने इस सवाल का जवाब खोज लिया तो इस घटना के पीछे कौन हो सकता है, इसका अंदाजा आप को भलि भांति हो जायेगा, आज जब लोग अपने लोकतांत्रिक मतों का प्रयोग करने अपने अपने बुथों पर जमा हो रहे हैं, ठीक उसके पहले साजिश के तहत मंदिरों में प्रतिमाओं के साथ तोड़फोड़ चुनावी जीत के लिए एक बेहद घिनौना प्रयोग है. धर्म किसी का भी हो, प्रतिमा किसी भी धर्म का हो, सबों को अपने अपने धर्म का पालन करने का संवैधानिक अधिकार है, लेकिन यह साजिश उसी संविधान की भावना पर गहरा आधात है.
अब इस खबर को चलवा कर भाजपा काटेगी वोट की फसल
बंधु तिर्की ने दावा किया कि आज पूरे दिन कुछ चैनलों के द्वारा दिन रात इस खबर को मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ में दिखलाया जायेगा, और खास कर इस मामले में सुर्दशन टीवी चैंपियन है, वह इसका इस रुप में प्रचार प्रसार करेगा ताकि बहुसंख्यक मतदाताओं यह भ्रम फैले की झारखंड में हिन्दूओं और आदिवासियों के साथ गहरा अत्याचार हो रहा है, जबकि हम सब जानते हैं कि यहां ऐसा कुछ भी नहीं है, और हमारा सामाजिक भाईचारा आज भी मजबूत है, हां, घटना के पीछे कौन हैं, यह किसकी घिनौनी साजिश है, सरकार और प्रशासन बहुत जल्द ही इसका खुलासा कर देगी, झारखंड में हेमंत सरकार के रहते किसी को भी यहां के सामाजिक ताना बाना के साथ छेड़छाड़ करने की अनुमति नहीं दी जायेगी.
ध्यान रहे कि कल देर रात लोक आस्था के महापर्व से ठीक पहले मांडर में एक साथ चार मंदिरों की प्रतिमाओं के साथ तोड़ फोड़ की खबर से पूरे इलाके में साम्प्रदायिक तनाव की स्थिति पैदा हो गयी है. सुबह की पहली किरण के साथ ही यह खबर आग की तरह पूरे इलाके में फैल गयी, आक्रोशित ग्रामीणों के द्वारा घटना के विरोध में रांची डाल्टेनगंज मार्ग एनएच-39 को बांस बल्लियो के सहारे जाम कर विरोध प्रर्दशन किया जाने लगा. जिसके कारण रांची डाल्टेनगंज मार्ग पर आवाजाही पूरी तरह से बंद हो चुकी है.
रात में दिया गया है घटना को अंजाम
आक्रोशित ग्रामीणों के द्वारा स्थानीय प्रशासन से तत्काल ग्रामीण सीनियर एसपी और डीसी को बुलाने की मांग की जा रही है, हालांकि ग्रामीण एसपी, सदर एसडीओ सहित कई थानों की पुलिस और डीएसपी सुबह से ही घटनास्थल मोर्चा संभाल चुके हैं, और इसके साथ ही पूरे इलाके में छापेमारी कर अपराधियों को गिरफ्तार करने की कोशिश की जा रही है, पूरा प्रशासिक महकमा रेस है, और किसी भी हालत में आरोपियो की गिरफ्तारी की हर संभव कोशिश जारी है.
सर्किल इंस्पेक्टर अवधेश ठाकुर के आश्वासन पर भरोसा करने को तैयार नहीं है ग्रामीण
इस बीच मांडर सर्किल इंस्पेक्टर अवधेश ठाकुर के द्वारा ग्रामीणों को इस बात का भरोसा दिलवाने की कोशिश की जा रही है कि किसी भी हालत में इन अपराधियों को बख्शा नहीं जायेगा और उन्हे गिरफ्तार कर कड़ी से कड़ी सजा दी जायेगी. लेकिन ग्रामीण वरीय अधिकारियों को बुलाने की अपनी मांग पर अड़े हैं. और वह एनएच-39 छोड़ कर हटने को तैयार नहीं हैं. और बीच सड़क पर टायर जला कर वह लगातार अपना विरोध प्रदर्शन जारी किये हुए हैं, इधर प्रशासन ने घटना स्थल सहित पूरे इलाके में फोर्स की तैनाती कर अपने कड़े रुख का संकेत दे दिया है, और इस बात का दावा किया जा रहा है कि सभी अपराधी महज चंद घंटों में गिरफ्तार कर लिये जायेंगे.
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