patna- सृजन घोटाले का आरोपी रजनी प्रिया को गाजियाबाद से गिरफ्तारी के बाद 21 अगस्त तक न्यायिक हिरासत में बेऊर जेल भेज दिया गया है. अब तक सीबीआई की ओर से रजनी प्रिया का रिमांड की मांग नहीं की गयी है.यहां बता दें कि सृजन घोटाले में करीबन 100 करोड़ रुपये की हेराफेरी का दावा किया जाता है, इस मामले की मुख्य आरोपी और रजनी प्रिया की सास मनोरमा देवी और पति अमित कुमार की पहले ही मौत हो चुकी है, इस मामले में पहले ही दस लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है, जबकि रजनी प्रिया छह वर्षों से फरार चल रही थी, रजनी प्रिया की तलाशी के लिए पुलिस ने इस्तेहार भी लगाया था. साथ ही रजनी प्रिया के संबंध में सूचना देने वालों के लिए इनाम की घोषणा की गयी थी, बावजूद इसके वह पुलिस के हाथ लग नहीं रही थी, लेकिन अचानक से राजधानी दिल्ली से गाजियाबाद से उसकी गिरफ्तारी हो गयी. जिसके बाद सीबीआई की विशेष कोर्ट में पेश करने के बाद उसे बेऊर जेल भेज दिया गया.
कई सफेदपोश के खुलेंगे राज
माना जा रहा है कि रजनी प्रिया की गिरफ्तारी इस मामले की अहम कड़ी है, जिसके बाद उन सफेदपोश चेहरों से नाकाब उठ सकता है, जिनके इशारे पर मनोरमा देवी, अमित कुमार और रजनी प्रिया की तिकड़ी ने करोड़ की राशि का हेरफेर किया था, दावा किया जा रहा है कि जैसे ही सीबीआई रजनी को रिमांड पर लेकर पूछताछ करती है, उन सफेदपोशों के चेहरे सार्वजनिक हो जायेंगे.हालांकि देखना होगा कि सीबीआई की ओर से किसी रणनीति के तहत अब तक रिमांड की मांग नहीं की गई है, वहीं कई जानकारों का मानना है कि अभी इस मामले में कुछ और गिरफ्तारियां भी हो सकती है, क्योंकि यह मामला काफी हाई प्रोफाइल है, विपक्ष भी इस मुद्दों को लेकर सरकार को घेरने की कोशिश कर सकती हैं, हालांकि जिस वक्त यह घोटाला हुआ था, भाजपा भी सत्ता की हिस्सेदारी थी.