रांची(RANCHI)-शराब घोटले में योगेन्द्र तिवारी की गिरफ्तारी के साथ ही झारखंड में सियासी बवाल तेज होता नजर आने लगा है, योगेन्द्र तिवारी के गिरफ्तारी के दूसरे दिन मोर्चा खोलते हुए झामुमो ने इसे महज एक आई वॉश बताया है. झामुमो महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य ने दावा किया है कि एक प्यादे की गिरफ्तारी ईडी वाहवाही बटोरने की कोशिश कर रही है, जबकि उसकी मंशा कुछ और है, यदि वाकई इस मामले में इमानदार है तो उसे सबसे पहले बाबूलाल से पूछताछ की शुरुआत करनी चाहिए. तमाम भाजपा नेताओं के बैंक खातों की जांच करनी चाहिए कि योगेन्द्र तिवारी के खाते से किन-किन नेताओं से खाते में पैसा जा रहा था. जैसे ही इन नेताओं के बैक खातों की जांच होगी, इस घपले की सारी कहानी सामने आ जायेगी.
शराब घोटाले में शामिल हैं झारखंड भाजपा के सभी बड़े चेहरे
ईडी जांच के समानान्तर एसआईटी जांच की मांग करते हुए सुप्रियो भट्टाचार्य ने दावा किया कि इस घोटाले में भाजपा के शीर्ष नेताओं से लेकर उसके दूसरे नेताओं की अहम भूमिका है, इस बात की जांच होनी चाहिए कि एक अदना सा आदमी योगेन्द्र तिवारी ने कैसे विशाल साम्राज्य खड़ा किया, उसकी कंपनी में किन-किन नेताओं का पैसा लगा हुआ है. उसके खाते से किन-किन नेताओं को लेन देन हुआ है. सुप्रियो ने दावा कि योगेन्द्र तिवारी की कंपनी में बाबूलाल के सलाहकार सुनील तिवारी की पत्नी का भी पैसा लगा हुआ है. राज्य सरकार पहले ही इस मामले की जांच करवा रही थी, लेकिन जैसे ही उसकी जद में रघुवर दास आते दिखे, गवर्नर बना कर उन्हे सेफ जोन प्रदान कर दिया गया. लेकिन बावजूद इसके राज्य सरकार को अब इस मामले में एसआईटी का गठन कर जांच करवानी चाहिए, ताकि सारे चेहरे बेनकाब हो सकें. इसके साथ ही सुप्रियो ने 15 दिनों के अन्दर एक बड़ा खुलासा करने का भी दावा किया, उन्होंने कहा कि वह सच्चाई सामने आते ही झारखंड की सियासत में भूचाल आ जायेगा. इस घोटाले का हर एक चैप्टर सामने होगा.