रांची(RANCHI): आज पूछताछ के तीसरे दिन भी राजीव अरुण एक्का ईडी के सवालों का कोई ढंग का जवाब नहीं दे पा रहे हैं, हर बार ईडी उनसे एक ही सवाल पूछ रही है कि सरकारी फाइलें विशाल चौधरी के दफ्तर कैसे पहुंचती थी? फाइलों की इस आवाजाही में और किन-किन की भूमिका थी, सत्ता के गलियारे में लाइजनिंग करते रहे विशाल चौधरी के दफ्तर में उनका उठना-बैठना क्यों और कैसे था, विशाल चौधरी के कार्यालय से कैसे राज्य के आला अधिकारियों के तबादलों पर हस्ताक्षर किये जा रहे थें. विशाल चौधरी के साथ उनके क्या रिश्ते हैं?
एक डायरी की हो रही है चर्चा
सूत्रों का दावा है कि ईडी के किसी भी सवाल का कोई जवाब राजीव एक्का के पास नहीं है, उनके द्वारा इसकी किसी जानकारी से इंकार किया जा रहा है, जबकि ईडी का दावा है कि ईडी की छापेमारी के दौरान भी विशाल चौधरी के कार्यलय से कई सरकारी फाइल हाथ लगें थें. एक डायरी की भी चर्चा हो रही है. लेकिन सीएम हेमंत के पूर्व प्रधान सचिव इनमें से किसी भी सवाल का संतोषजनक जवाब देने की स्थिति में नहीं है. बताया जा रहा है कि ईडी अब उन्हें विशाल चौधऱी के सामने बैठाकर पूछताछ करने की तैयारी कर रही है.
विशाल चौधरी के साथ व्यक्तिगत संबंध होने का करते रहे हैं दावा
यहां हम बता दें कि इससे पहले जब उनसे विशाल चौधरी के निजी कार्यालय में उठने बैठने पर सवाल पूछा गया था तब उनका कहना था कि व्यक्तिगत रुप से उनकी किसी से भी दोस्ती हो सकती है, एक सरकारी अधिकारी का कोई भी व्यक्तिगत मित्र हो सकता है. विशाल चौधरी के साथ उनकी दोस्ती भी कुछ ऐसी ही थी, लेकिन राजनीतिक कारणों से इस मुद्दे को उछाला जा रहा है, तब राजीव अरुण एक्का ने यह भी कहा था कि इतने दिनों की कैरियर में उनके द्वारा ढंग से एक मकान भी नहीं बनाया गया, आज भी वह एक आदिवासी कॉलनी में रह रहे हैं. उनका अब तक का कैरियर बेदाग है. लेकिन जब यही सवाल ईडी के अधिकारियों के द्वारा उनसे अब पूछा जा रहा है, तब उनके द्वारा इसका कोई सीधा जवाब नहीं दिया जा रहा है, यही कारण है कि ईडी अब उन्हे विशाल चौधरी के आमने सामने बैठाकर पूछने की तैयारी में जुट गयी है.