टीएनपी डेस्क(TNP DESK)- आरके पुरम के डीडीए पार्क में बगैर अनुमति सभा का आयोजन करने के आरोप में जम्मू कश्मीर के पूर्व गवर्नर सत्यपाल मलिक को गिरफ्तार करने की खबर आ रही है. हालांकि दिल्ली पश्चिमी के पुलिस उपायुक्त मनोज सी ने इन खबरों का खंडन करते हुए कहा है कि पूर्व गवर्नर सत्यपाल मलिक खुद ही थाना पहुंचे थे, उन्हे वापस जाने पर कोई रोक प्रशासन के द्वारा नहीं लगायी गयी है.
सोशल मीडिया पर तैरती खबरों का प्रशासन ने किया खंडन
यहां बता दें कि सत्यपाल मलिक के समर्थन में आरके पुरम में खाप पंचायत की ओर से एक जनसभा का आयोजन किया गया था, जिसमें हरियाणा, पश्चिमी उत्तर प्रदेश, दिल्ली, राजस्थान सहित 36 खाप पंचायतों से जुड़े लोग जुटे थें. खाप नेताओं के द्वारा सत्यपाल मलिक को अपना समर्थन दिये जाने का दावा किया जा रहा था.
खाप पंचायत को नहीं मिली थी सभा की अनुमति
लेकिन प्रशासन की ओर से इस जनसभा का आयोजन करने की अनुमति प्रदान नहीं की गयी थी, पुलिस की ओर से सभा को तितर-बितर कर दिया गया. जिसके बाद सत्यपाल मलिक अपने समर्थकों के साथ थाना पहुंच गये, जिसके बाद उनकी गिरफ्तारी की खबर सोशल मीडिया पर तैरने लगी. और मीडिया कर्मियों की भीड़ आरके पुरम के थाने की ओर दौड़ पड़ी. बाद में प्रशासन की ओर से मीडिया को यह खबर दी गयी कि सत्यपाल मलिक अपने घर चले गये हैं.
सत्यपाल मलिक ने किया सोशल मीडिया पर पोस्ट
हालांकि इसी थाने में बैठकर सत्यपाल मलिक ने एक सोशल मीडिया पर एक पोस्ट किया था कि वह इस वक्त आरके पुरम थाने में बैठे हैं, और पुलिस उन्हे किसी भी वक्त छावला परिसर ले जा सकती है.
हाल के दिनों में मोदी सरकार की नीतियों कीआलोचना कर रहे हैं सत्यपाल मलिक
याद रहे कि हाल के दिनों में सत्यपाल मलिक मोदी सरकार की नीतियों पर हमलावर रहे हैं, उनके द्वारा फुलवामा अटैक पर कई सवाल दागे जा रहे हैं. उनका दावा है कि उनके द्वारा गृह मंत्रालय को जवानों को ले जाने के लिए हवाई जहाज की मांग की गयी थी, लेकिन उनकी मांग पर गृह मंत्रालय के द्वारा गौर नहीं किया गया, और बाद में जवानों को इसकी कीमत अपने जान से गंवानी पड़ी. इस बीच सीबीआई की ओर से सत्यपाल मलिक को समन भी जारी किया गया है. उनसे बीमा घोटाले के संबंध में पूछताछ की जानी है.