रांची(RANCHI)-टाना भगत इंडोर स्टेडियम में 3469 माध्यमिक शिक्षकों को नियुक्ति पत्र सौंपते हुए सीएम हेमंत ने भाजपा पर जोरदार निशाना साधा है, उन्होंने कहा कि नियुक्ति हमारी सरकार की पहली प्राथमिकता रही है, हम अपने सभी वादों को पूरा करने को बचनबद्ध है, लेकिन हमारी सरकार बनते ही कोरोना महामारी सामने आ गयी. पूरा राज्य अस्त-व्यस्त होता दिखने लगा. हमारे लिए नौकरी देने से ज्यादा बड़ी चुनौती लोगों की जिंदगी बचाने की हो गयी, लेकिन हमने डट कर उसका मुकाबला किया, यही कारण है कि दूसरे राज्यों की अपेक्षा झारखंड में महामारी का वह दौर उतना भयावह नहीं हो सका, चुनौतियां कई थी, लेकिन हमने उसका डट कर मुकाबला किया, और राज्य में अफरातफरी की स्थिति मचने नहीं दी.
एक साजिश के तहत राज्य सरकार की गतिविधियों को रोकने की कोशिश
लेकिन कोरोना महामारी गुजरते ही ईडी और सीबीआई की महामारी शुरु हो गयी, एक साजिश के तहत राज्य सरकार की हर गतिविधि को रोकने की साजिश की जाने लगी. लेकिन हमने भी ईडी- सीबीआई को कह दिया कि जो भी खोज सकते हो, खोजो. हमें किसी बात का डर नहीं है. ईडी-सीबीआई की इस छापेमारी के बीच भी सरकार अपने काम में जुटी रही, उसी परिणाम यह नियुक्तियां हैं. यह सरकार अपनी हर जिम्मेवारी को पूरी करेगी. इसका अंदाजा आप इसी से लगा सकते हैं कि तय समय सीमा से पहले ही हम नियुक्ति पत्र बांट रहे हैं.
हमारे कोयले से दूसरे राज्यों में फैलती है रोशनी
उन्होंने कहा कि खनन संपदा से भरपूर इस राज्य की पहचान मजदूर सप्लाई करने वाली राज्य की बनी हुई है, हमारे कोयले पर बड़ी-बड़ी कंपनियां चलती है, हमारे कोयले से दूसरे राज्यों में रोशनी होती है, लेकिन हम पिछड़े हैं. हमारा समाज पिछड़ा है, यहां के आदिवासी-मूलवासी पिछड़े हैं, उनके सामने आज भी बुनियादी सुविधाओं की चुनौतियां हैं, हमें यह तस्वीर बदलनी है, राज्य का यह चेहरा बदलना है, और अपने युवाओँ के हर सपने को पूरा करना है. मजदूर सप्लाई करने वाला राज्य कहलाना हमें तकलीफ देता है, आत्मा में चुभन पैदा करता है, हम इस तस्वीर को बदल कर रहेंगे.
पूरे राज्य में 3469 शिक्षकों को सौंपा गया नियुक्ति पत्र
ध्यान रहे कि आज सीएम हेमंत के द्वारा पूरे राज्य में 3469 शिक्षकों को नियुक्ति पत्र सौंपा गया, इसमें सबसे अधिक 280 शिक्षकों की नियुक्ति रांची जिले से हुई है, जबकि सबसे कम 67 शिक्षकों की नियुक्ति लातेहार जिले से हुई है.