रांची(RANCHI)- एक बड़े घटनाक्रम में ईडी ने राजधानी रांची के बरियातू स्थित जमीन के मामले में सीएम हेमंत सोरेन को समन भेजा है, ईडी की ओर से उन्हे 14 अगस्त को पेश होने का निर्देश दिया गया है. यहां बता दें कि इसके पहले संताल अवैध खनन मामले में भी सीएम हेमंत से पूछताछ हो चुकी है. लेकिन बाद में उनके साथ पूछताछ की गाड़ी आगे नहीं बढ़ी, अब ईडी ने बरियातू स्थित किसी जमीन के मामले में समन भेजा है.
यहां बता दें कि ईडी पहले से ही बरियातू स्थित चेशायर होम रोड की एक एकड़ जमीन और सेना की 4.55 एकड़ जमीन को लेकर जांच कर रही है, दोनों ही मामले में भूमाफियाओं के द्वारा कोलकता स्थित निबंधन कार्यालय में फर्जी दस्तावेजों का सहारे छेड़ छाड़ का दावा किया जाता है.
चेशायर होम रोड मामले में इसके मूल रैयत के नाम के साथ छेड़ छाड़ कर गंगाधर राय को इसका फर्जी मालिक बनाया गया था, और उसी फर्जी मालिक से विष्णु अग्रवाल के द्वारा जमीन की खरीद की गयी, जबकि सेना जमीन घोटाले में प्रदीप बागची नामक फर्जी रैयत को सामने लाकर गोरखधंधे का अंजाम दिया गया, दोनों ही मामले में ईडी की ओर से अब करीबन आधा दर्जन भूमाफियाओं को गिरफ्तार किया गया है, इसके साथ ही रांची के पूर्व डीसी छवि रंजन के साथ ही शहर का मशहूर कारोबारी विष्णु अग्रवाल भी बिरसा मुंडा केन्द्रीय कारा में बंद है.
अब देखना होगा कि सीएम हेमंत को नोटिस भेजकर ईडी किस मामले में पूछताछ करना चाहती है, लेकिन इतना साफ है कि यह मामला अब तूल पकड़ने वाला है, क्योंकि विष्णु अग्रवाल हो, या प्रेम प्रकाश सभी आरोपियों का एक तार पूर्व सीएम रघुवर दास से जुड़ता नजर आता है, दावा किया जाता है कि चेशायर होम की फर्जी खरीद में प्रेम प्रकाश की अहम भूमिका थी, और इन्ही प्रेम प्रकाश का एक सहयोगी की कार से रघुवर दास सीएम रहते हुए सफर किया करते थें.
हालांकि इस मामले में अब तक झामुमो की ओर से कोई बयान नहीं आया है, लेकिन इतना साफ है कि इस समन को राजनीति के चश्में से देखा जायेगा और इसे ईडी और सीबीआई का राजनीतिक दुरुपयोग से जोड़ कर देखा जायेगा.