रांची (RANCHI)- सेना जमीन घोटाले के आरोपी विष्णु अग्रवाल को आज ईडी कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उन्हे बिरसा मुंडा केन्द्रीय कारागार भेज दिया गया. संभवत: कल ईडी के द्वारा रिमांड की मांग की जायेगी.
ध्यान रहे कि विष्णु अग्रवाल को कल ही ईडी ने अपने कार्यालय में पूछताछ के लिए बुलाया गया था, जिसके बाद देर रात उन्हे गिरफ्तार कर लिया गया. उन्हे बार बार पूछताछ के लिए समन भेजा जा रहा था, लेकिन कभी सेहत के आधार पर तो कभी पूजा का बहाना कर समय देने की मांग की जा रही थी. जिसके बाद ईडी की ओर से इस पर कड़ा एतराज जताया गया, और उन्हे तुरंत कार्यालय में पेश होने का आदेश दिया गया. इस कड़ा रुख के बाद विष्णु अग्रवाल ईडी के समक्ष पेश हो गयें, और आखिरकार उन्हे गिरफ्तार कर लिया गया.
विवादों से विष्णु अग्रवाल का रहा है पुराना रिश्ता
यहां यह भी बता दें कि विष्णु अग्रवाल पहले ही विवादों के केन्द्र में रहे हैं. उन पर अवैध तरीके से चेशायर होम रोड की जमीन कब्जा करने का आरोप है. दावा किया जाता है कि सेना जमीन घोटाले का मुख्य किरदार विष्णु अग्रवाल ही थें, इस मामले में जांच के दौरान ईडी ने पहले ही रांची के पूर्व डीसी छवि रंजन, बड़गाई अंचल उपनिरीक्षक भानु प्रताप प्रसाद, अफसर अली उर्फ अफ्सू खान, इम्तियाज अहमद, मो. सद्दाम हुसैन, तल्हा खान, फैयाज अहमद और प्रदीप बागची को गिरफ्तार कर लिया गया. और तब से सभी आरोपी बिरसा मुंडा केन्द्रीय कारागार में बंद हैं. अब यह अंतिम गिरफ्तारी विष्णु अग्रवाल की है.
सामने आ सकते हैं कई सफेदपोश चेहरे
माना जा रहा है कि इस गिरफ्तारी के बाद जांच की रफ्तार में तेजी आयेगी, और कई वैसे चेहरे भी सामने आ सकते हैं, जिनका पैसा इस खेल में लगा है. क्योंकि लम्बे अर्से से इस बात का दावा किया जाता रहा है कि विष्णु अग्रवाल के विशाल साम्राज्य के पीछे सियासतदानों और अधिकारियों की काली कमाई लगी है. अब देखना होगा कि जांच की दिशा किधर मुड़ती है.