रांची- आज सुबह सुबह जैसे ही सीएम हेमंत के प्रेस सलाहकार अभिषेक प्रसाद उर्फ पिंटू के पीपीएस उदय के आवास पर ईडी की छापेमारी की खबर आयी, कई सवाल तेजी से सोशल मीडिया में तैरने लगे. तरह-तरह के कयासों का दौर शुरु हो गया, लोगों में यह जानने की उत्सुकता थी कि आखिर सीएम के प्रेस सलाहकार के पीपीएस के आवास पर अधिकारियों की दस्तक क्यों हुई? किस मामले में यह छापेमारी की जा रही है.
अंचलाधिकारी से लेकर डिप्टी रजिस्ट्रार को धमकी देने का आरोप
लेकिन दोपहर होते होते यह धूंध बहुत हद तक छटता दिख रहा है, खबर आ रही है कि ईडी को इस बात की पक्की सूचना मिली थी कि पीपीएस उदय के द्वारा सेना की जमीन से जुड़े मामले में अंचलाधिकारी से लेकर डिप्टी रजिस्ट्रार तक को धमकाया जाता था. अधिकारियों पर दवाब बनाने की कोशिश की जाती थी. खबर यह भी है कि ईडी को ये सारी जानकारियां जमीन घोटाला से जुड़े आरोपियों से पूछताछ में मिली है.
अपने मोबाईल से बड़े अधिकारियों को करवाता था बात
इस बीच यह खबर भी आयी है कि उदय के मोबाइल से ही बड़े बड़े अधिकारियों के द्वारा एक दूसरे से बात की जाती थी. इसके साथ ही उसके मोबाईल से ही एक सांसद की शैक्षणिक योग्यता से जुड़े कागजातों का भी आदान प्रदान किया गया था. माना जा रहा है कि उदय के आवास से मिले दस्तावेज और मोबाइल से कई अभी कई राज का पर्दा उठेगा.
सेना जमीन घोटाले में पहले ही सात आरोपियों को गिरफ्त में ले चुकी है ईडी
सनद रहे कि सेना जमीन घोटाला मामले में ईडी के द्वारा पहले ही बड़गाई अंचलाधिकारी भानुप्रताप प्रसाद, जमीन दलाल प्रदीप बागची, अफसर अली, इम्तियाज खान, तलहा खान और मोहम्मद सद्दाम को गिरफ्तार कर चुकी है, इन सभी को रिमांड पर लेकर गहन पूछताछ की जा रही है. जबकि इसी मामले में रांची के पूर्व डीसी रहे छवि रंजन के साथ पूछताछ की जा रही है.
इधर पूछताछ और उधर छापेमारी से लोगों में अचरज
लोगों में अचरज इस बात को लेकर भी थी कि जब ईडी कार्यालय में अधिकारियों की एक टीम सेना जमीन घोटाले में रिमांड पर लिये गये दूसरे आरोपियों की मौजूदगी में छवि रंजन से सवाल दाग रही है, ठीक उसी समय दूसरी अधिकारियों की दूसरी टीम उदय के आवास को खंगालने में जुटी थी. शक की एक वजह उदय का सीएम हेमंत के प्रेस सलाहकार अभिषेक प्रसाद का पीपीएस होना था, कयास लगाये जाने लगा था कि क्या अब इस मामले में अभिषेक प्रसाद से भी पूछताछ की जा सकती है.
दिन प्रति दिन तेज होती जा रही है ईडी की गतिविधियां
ध्यान रहे कि झारखंड में ईडी की गतिविधियां दिन प्रति दिन तेज होती जा रही है. पूजा सिंघल, रामनिवास यादव, राजीव अरुण एक्का और वीरेन्द्र राम जैसे अधिकारियों से पहले ही पूछताछ हो चुकी है, इसमें से पूजा सिंघल और वीरेन्द्र राम अभी भी हवालात की हवा खा रहे हैं, राजीव अरुण एक्का से पूछताछ सम्पन्न हो चुकी है, फिलहाल वह कुछ शांति महसूस कर रहे हैं, हालांकि कहा नहीं जा सकता कि ईडी कब और एक नोटिस उन्हे थमा दें. जबकि रांची के पूर्व डीसी रहे छवि रंजन आज ही ईडी कार्यालय में तलब किया गया है. छवि रंजन की छवि से पूरा झारखंड दागदार होता दिख रहा है, उन पर फर्जी दस्तावेजों के आधार पर सेना की जमीन को भू माफियाओं को सौंपने का आरोप है.