Ranchi-कांग्रेस विधायक अम्बा प्रसाद ने राज्य की एक महत्वपूर्ण दैनिक अखबार के विरुद्ध हजारीबाग में पदस्थापित एक बड़े अधिकारी के साथ मिलकर अपने खिलाफ प्रोपगैंडा चलाने का आरोप लगाया है. अम्बा ने कहा है कि ऐसा लगता है कि उक्त अधिकारी के पीछे एक बड़ा मीडिया हाउस खड़ा है, जो वैसी सूचनाओं को अखबार में प्रमुखता से प्रकाशित कर रहा है, जो सीधे-सीधे हमारी सुरक्षा से जुड़ा है, अखबार की खबर के बाद हमारी सुरक्षा व्यवस्था को गंभीर खतरा उत्पन्न हो सकता है.
गोपनीय शाखा से यह खबर अखबार तक कैसे पहुंची
अम्बा प्रसाद ने कहा इस खबर को प्रमुखता से प्रकाशित किया गया है कि विधायक अम्बा प्रसाद और उनके भाई- बहन की ओर से हथियार का लाइसेंस के लिए आवदेन दिया गया है, साफ है कि यह खबर अखबार को गोपनीय शाखा से ही मिली होगी, और जब राज्य में इतनी बड़ी संख्या में हथियार के लिए आवेदन दिये जा रहे हैं, तो उसमें से सिर्फ अम्बा प्रसाद को ही सुर्खियां क्यों बनाया गया? और गोपनीय शाखा से यह खबर अखबार तक कैसे पहुंची? जबकि हर किसी को इस बात की जानकारी है कि कोयला खनन में वर्चस्व को लेकर हमारे विधान सभा में कई गुट संघर्षरत है, और इन गुटों के हिंसक भिड़त के बीच हमें जनता के अधिकारों को सड़क से सदन तक संर्घष करना पड़ता है, साफ है हमें भी अपनी सुरक्षा की चिंता होती होगी, लेकिन इस खबर को प्रकाशित कर तो हमारी पूरी सुरक्षा व्यवस्था को ही तार तार कर दिया गया.
पिछड़ी जाति की एक महिला का सियासी कत्ल करने की साजिश
अम्बा ने कहा कि हद तो तब हो गयी कि जब अखबार ने यह दावा भी कर दिया कि अम्बा प्रसाद से उसका बॉडीगार्ड और हाउस गार्ड भी वापस ले लिया गया है, इस हालत में कोई भी हम पर हमला कर सकता है, जबकि सच्चाई यह है कि आज भी हमारे आवास पर गार्ड तैनात है, और ना ही हमारा सुरक्षा गार्ड वापस लिया गया है. आरोपों की बौछार करते हुए अम्बा ने कहा कि इसके पहले ही उस अखबार के द्वारा हमारे विरुद्ध जमीन कब्जा, और अवैध निकासी का तथ्यहीन खबर प्रकाशित की गयी थी, और अखबार के पक्षपात रवैये को इससे भी समझा जा सकता है कि उसके रिपोर्टर ने किसी भी मामले में हमारा पक्ष जानने की कोशिश नहीं की, पूरी खबर एकपक्षीय तरीके से परोस दिया गया, यह तो मीडिया की स्थापित पंरपरा का खुला उल्लंघन है. एक स्थापित मीडिया घराने से इस तरह की खबरों की उम्मीद को कदापी नहीं थी, लेकिन लगता है कि कुछ लोगों को एक पिछड़ी जाति की महिला का राजनीतिक जीवन में आगे बढ़ना हजम नहीं हो रहा है. और इसी खिज में एक अखबार को आगे कर उसकी सियासी हत्या की साजिश की जा रही है, लेकिन हमें अपने लोगों पर भरोसा है, हम यह जंग भी जीतेंगे. अम्बा के इन आरोपों पर स्वाभाविक रुप से हजारीबाग में पदस्थापित एक अधिकारी की चर्चा तेज हो गयी है, हालांकि अम्बा ने सरकार से उक्त अधिकारी के खिलाफ शिकायत की बात की है, लेकिन देखना होगा कि सरकार अम्बा के इस आरोप पर कार्रवाई करती है नहीं.
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