रांची(RANCHI)- बजट सत्र का आज आठवां दिन भी विपक्ष के हंगामें की भेंट चढ़ गया, नियोजन नीति और 1932 के खतियान को मुद्दा बनाकर विपक्ष हंगामा बरपाता रहा, विपक्षी सदस्य पूरी तैयारी के साथ आये थें, सभी विपक्षी सदस्य 60:40 का स्टीकर लगा टीशर्ट पहने हुए थें, उनके द्वारा लगातार 60:40 नाय चलतो और 1932 की भेलो का नारा लगाया भी लगाया जा रहा था. इस हो हंगामें के बीच विपक्षी सदस्य वेल के अन्दर प्रवेश कर नारेबाजी करने लगे.
नयी नियोजन नीति की जानकारियों की मांग
विपक्ष की ओर से मामले को उठाते हुए विधायक नीलकंठ मुंडा ने कहा कि सरकार यह स्पष्ट करे कि उसकी नियोजन नीति क्या है, हम किसी भी हालत में 60:40 चलने नहीं देंगे, साथ ही सरकार 1932 के खतियान पर भी अपना स्टैंड साफ करें, राज्यपाल के द्वारा लौटाये जाने के बाद अब सरकार क्या करने जा रही है, उसकी अब क्या मंशा है.
आखिर हाईकोर्ट ने क्यों खारिज किया सरकार की नियोजन नीति
नीलकंठ मुंडा ने इस सवाल को भी उठाया कि आखिर हाईकोर्ट ने सरकार की नियोजन नीति को किस आधार पर रद्द किया, उसकी क्या क्या आपत्तियां थी. सदन को इसकी जानकारी दी जाय, आजसू सुप्रीमो भी लगभग यही मांग कर रहे थें, उनका कहना था कि सरकार को इस बात की जानकारी देनी चाहिए कि किस आधार पर सदन से पारित नियोजन नीति को रद्द कर दिया गया, आखिर उमसें क्या खामियां थी, साथ ही सरकार जिस नयी नियोजन नीति को लाने जा रही है उसमें 1932 के खतियानधारियों को स्थान मिलने जा रहा है या नहीं या 1932 का खतियान का नारा मात्र दिखावा था.
मंत्री आलमगीर आलम का जवाब
आक्रोशित विधायकों को जवाब देने मंत्री आलमगीर आलम सामने आये, उन्होंने कहा कि हाईकोर्ट सरकार की नियोजन नीति को रदद् करने के बाद सरकार ने 12 विज्ञापनों का रदद् कर दिया है, सरकार जल्द ही नई नियोजन नीति लाने जा रही है, उसके बाद इन सभी विज्ञापनों को एक बार फिर से जारी किया जायेगा.
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