टीएनपी डेस्क: त्योहारों का सीजन आते ही ट्रेन के टिकट के लिए मारामारी शुरू हो जाती है. ट्रेनों में 3र्ड एसी तो छोड़िए स्लीपर और जेनरल में भी सीट मिल पाना मुश्किल हो जाता है. ऐसे में त्योहार से 2 से 3 महीने पहले टिकट बुक कर लेने में ही भलाई होती है. दुर्गा पूजा से लेकर दीपावली और छठ जैसे बड़े त्योहारों को मनाने के लिए दिल्ली, मुंबई और बैंगलोर जैसे शहरों में घर से दूर रह रहे लोगों को खासकर घर वापसी के लिए ट्रेन की टिकटों के लिए मगजमारी करनी पड़ जाती है. इतना ही नहीं, इस मगजमारी के बाद ट्रेनों में टिकट तो मिल जाती है लेकिन वेटिंग लिस्ट में. फिलहाल यही हाल दिल्ली, मुंबई के ट्रेनों में देखने को मिल रहा है. त्योहार मनाने के लिए यात्रियों को झारखंड, बिहार आने के लिए ट्रेन की टिकट नहीं मिल रही है. झारखंड, बिहार आने वाली ट्रेनों में सीट के लिए वेटिंग लिस्ट लंबी हो गई है.
झारखंड आने वाली ट्रेन की टिकट दीपावली तक वेटिंग पर
दिल्ली से झारखंड आने वाली ट्रेनों की बात करें तो रांची-नई दिल्ली गरीब रथ (ट्रेन संख्या 12877) में टिकट की वेटिंग लिस्ट 8 अक्टूबर से लगभग 150 हो चुकी है. वहीं, जम्मूतवी-संबलपुर एक्सप्रेस (ट्रेन नंबर 18310) में 35 वेटिंग स्लीपर में, 15 वेटिंग थर्ड एसी में और 10 अक्टूबर को 37 वेटिंग स्लीपर में व 7 वेटिंग थर्ड एसी में है. साथ ही आनंद विहार टर्मिनल हटिया सुपरफास्ट स्पेशल (ट्रेन नंबर 12874) में 8 अक्टूबर से 1 नवंबर तक लगभग 150 वेटिंग में है. झारखंड संपर्क क्रांति एक्सप्रेस (ट्रेन नंबर 12826) 12 अक्टूबर से 30 अक्टूबर तक लगभग 100 से 150 वेटिंग में है, नई दिल्ली रांची राजधानी रांची जंक्शन (ट्रेन नंबर 12454) का भी हाल कुछ ऐसा ही है. ट्रेनों में स्लीपर से लेकर फर्स्ट एसी तक सभी श्रेणियों की टिकट दीपावली तक वेटिंग पर है.
बिहार आने वाली ट्रेनों की टिकट वेटिंग लिस्ट 200 के पार
वहीं, दिल्ली से बिहार आने वाली ट्रेनों का हाल झारखंड आने वाली ट्रेनों से भी बुरा है. दिल्ली से समस्तीपुर, मुजफ्फरपुर आने वाली ट्रेनों की टिकट वेटिंग लिस्ट 200 के पार हो चुकी है. रोजाना चलने वाली नई दिल्ली से बिहार संपर्क क्रांति (ट्रेन नंबर 12566), आनंद विहार टर्मिनल-सप्तक्रांति एक्सप्रेस (ट्रेन नंबर 12558), नई दिल्ली-सहरसा वैशाली एक्सप्रेस (ट्रेन नंबर 12554), नई दिल्ली- स्वतंत्रता सेनानी एक्सप्रेस (ट्रेन नंबर 125632) में सभी श्रेणी के सीटों पर नो मोर टिकट बुकिंग दिखाई देने लगा है. दिल्ली से बिहार आने वाली ट्रेनों में खासकर नवंबर में छठ पूजा के लिए टिकट नहीं मिल रहा है. ऐसे में सभी की नजर अब तत्काल टिकट बुकिंग पर है.
कई स्पेशल ट्रेनों के संचालन के बाद भी नहीं मिल रही टिकट
बता दें कि, त्योहार सीजन शुरू होने से पहले यात्रियों की सुविधा के लिए भारतीय रेलेवे द्वारा कई स्पेशल ट्रेनों का संचालन 1 अक्टूबर से शुरू किया गया है. त्योहार के समय में लाखों में सफर करने वाले यात्रियों की सुविधा के लिए संचालित की जा रही ये स्पेशल ट्रेनें 1 अक्टूबर से 30 नवंबर तक लगभग 6,000 से भी अधिक फेरे लगायेंगी. लेकिन फिर भी हालात ये हैं कि यात्रियों को घर वापसी के लिए कंफर्म टिकट नसीब नहीं हो रहा है. और तो और टिकटों की वेटिंग लिस्ट भी इतनी है की टिकट कंफर्म होने की कोई चांस ही नहीं नजर आ रही है. ऐसे में कई प्रवासी रेल सफर को छोड़ हफाई सफर की तरफ रुख कर रहे हैं और बाकी बचे तत्काल टिकट पर नजर गड़ाएं हुए हैं.
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