दुमका(DUMKA):वैसे तो कहा जाता है कि जीवन और मरण सब प्रभु के हाथ में होता है। जिसको जिस विधि जाना होता है उसे कोई टाल नहीं सकता. इसके बाबजूद अक्सर अस्पताल या नर्सिंग होम में मरीज की मौत पर परिजनों द्वारा हंगामा की खबरें देखने और सुनने को मिलती है. जिसमें परिजनों द्वारा डॉक्टर पर लापरवाही का आरोप लगाया जाता है, लेकिन आज दुमका में एक पर्शियन कैट की मौत का मामला थाना पहुंच गया. पालतू पर्शियन कैट के मालिक ने रेफरल पशु अस्पताल के डॉक्टर और कंपाउंडर पर इलाज में लापरवाही का आरोप लगाया है.
बिल्ली के मालिक ने डॉ पर इलाज में लापरवाही का लगाया आरोप
जानकारी के अनुरूप दुधानी निवासी अब्दुल नदीम ने लगभग 4 महीने पूर्व कोलकाता से एक पर्शियन कैट खरीद कर लाया था.2 महीने के पर्शियन कैट को बड़े ही अरमान से घर लाकर पाल पोश कर बड़ा किया. पालतू होने की वजह से परिवार के एक सदस्य के रूप में उसकी परवरिश हुई.रविवार की सुबह पर्शियन कैट की तबियत बिगड़ गयी. अब्दुल नदीम उसे इलाज के लिए लेकर रेफेरल पशु अस्पताल पहुंचे.जहां ड्यूटी पर तैनात डॉ विद्या भूषण ने बिल्ली की तबियत की जांच की और 4 सुई लिख दिया.बिल्ली के मालिक सुई लेकर पहुंचे. कम्पाउण्डर द्वारा सभी सुई बिल्ली को लगाया गया. इंजेक्शन लगते ही पर्शियन कैट की तबियत और बिगड़ गयी.
इजेंक्शन लगाते ही हुई बिल्ली की मौत
बिल्ली के स्वामी का कहना है कि 10 मिनट के अंदर पर्शियन कैट के मुंह से झाग आने लगा. झाग के बाद मुँह से खून निकलने लगा और तङप तङप कर एक बेजुबान की जान निकल गयी. आरोप है कि डॉक्टर द्वारा इलाज में लापरवाही बरतने और कम्पाउण्डर द्वारा गलत तरीके से इंजेक्शन लगाने के कारण कैट की मौत हो गयी.
पढें मामले में क्या कर रही है पुलिस
बात यहीं समाप्त नहीं हुई. पर्शियन कैट की मौत के बाद मामला नगर थाना पहुंच गया. अब्दुल नदीम ने इलाज में लापरवाही का आरोप लगाते हुए डॉक्टर और कम्पाउण्डर पर उचित कानूनी कार्रवाई को लेकर नगर थाना में आवेदन दिया है.इस मामले में पुलिस का कहना है कि आवेदन मिला है. मामले की जांच के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी. फिलहाल एक बेजुबान की मौत और मामले का थाना पहुंचना चर्चा का विषय बना हुआ है. इस मामले में पुलिस की क्या कार्रवाई होती है यह देखना दिलचस्प होगा.
रिपोर्ट-पंचम झा
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