पलामू(PALAMU): शिक्षा का मंदिर में क्या हो रहा है आप वायरल वीडियो में देख सकते हैं . बच्चों को बेहतर शिक्षा देने के उद्देश्य से लगाया गया स्मार्ट टीवी का गलत उपयोग कर शिक्षक उसमें भोजपुरी अश्लील गाने का वीडियो लगाकर खुद और छात्र छात्राओं के साथ डांस करते दिख रहे हैं. शिक्षा के मंदिर में अभिभावक अपने बच्चों को शिक्षा के साथ-साथ संस्कार के लिए भेजते हैं. लेकिन कुछ शिक्षक गुरु की गरिमा को तार तार करने में कोई कसर नहीं छोड़ते.वह शिक्षा के मंदिर को कलंकित करने में जुटे हैं.
एक ऐसा ही मामला प्लस टू उच्च विद्यालय हैदरनगर का उजागर हुआ है. विद्यालय का एक वीडियो वायरल हुआ है, जिसमें विद्यालय के कक्षा में भोजपुरी गाने पर शिक्षक व छात्र- छात्रएं नाचते दिख रहे हैं. शिक्षक संग कुछ छात्र छात्रएं नाच रहे हैं, तो कुछ चीखते चिल्लाते मस्ती कर रहे हैं. ऐसे में सवाल खड़ा होता है कि शिक्षा के मंदिर में जिन शिक्षकों को शिक्षा का अलख जगाना और नैतिकता का पाठ पढ़ाना है, वह इस तरह का कृत कर रहे हैं. शिक्षक व छात्र के बीच की मर्यादा को शर्मसार कर रहें हैं. यह हाल हैदरनगर के सबसे बड़े विद्यालय राजकीयकृत +2 उच्य विद्यालय का है. जहां वायरल वीडियो में स्कूल के शिक्षकों के डांस गुरु की गरिमा को धूमिल कर रही है. वीडियो में स्कूल के छह शिक्षक छात्र छात्राओं संग फूहर गाने पर नाच रहे हैं. इसके लिए स्मार्ट क्लास के स्मार्ट टीवी का उपयोग किया गया है.जिस स्मार्ट टीवी पर बच्चों को बेहतर व तकनीकी शिक्षा देने की व्यवस्था है.
उसी स्मार्ट टीवी पर फुहर वीडियो गाने चल रहे हैं. शिक्षक व छात्र छात्राएं नाच रहे हैं. मामला 25 दिसम्बर से पहले का बताया जा रहा है. क्रिसमस व बड़े दिन के अवकाश से पहले शिक्षकों ने विद्यालय और खुद ही गरिमा को धूमिल करने का काम किया. मजे की बात तो यह है कि यह कारनामा ऐसे विद्यालय में हो रहा है जहां की प्राचार्या महिला हैं. यह खुद को अनुशासन के प्रति गंभीर और ईमानदार बताती हैं. यह कृत शिक्षा व्यवस्था को सवालों के घेरे में खड़ा करता है. आखिर अभिभवक अपने बच्चों को विद्यालय किसके भरोसे भेजें. जब रक्षक ही भक्षक की भूमिका में हैं. जानकारी हो की इस विद्यालय में 25 प्रतिशत छात्राओं की संख्या है.
स्मार्ट क्लास का मस्ती के लिए दुरुपयोग
झारखंड सरकार ने कुछ चुनिंदा विद्यालयों में स्मार्ट क्लास की व्यवस्था इसलिए की है की इससे बच्चों को बेहतर शिक्षा तकनीक के माध्यम से दी जाए. इसके लिए शिक्षकों के द्वारा पीपीटी के माध्यम से बच्चों को स्मार्ट टीवी पर पढ़ाया जाता है.जानकारी के अनुसार इस विद्यालय में वाई- फाई की व्यवस्था नहीं है. स्मार्ट टीवी पर प्रसारित होने वाला वीडियो शिक्षकों के मोबाइल फोन या मेमोरी कार्ड से चलाया जाता है. इससे प्रतीत होता है कि पहले से उक्त पेन ड्राइव में यह गाना उपलब्ध हो.और पहले भी इस तरह का दुरुपयोग किया जाता रहा होगा.
क्या कहती है विद्यालय की प्रचार्या
विद्यालय की प्राचार्या गंगा अग्रवाल से पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि विद्यालय में वीडियो और डांस की उन्हें कोई जानकारी नहीं है. वह इस मामले की जांच करेंगी. साबित होने पर संबंधित शिक्षको के खिलाफ कड़ी करवाई की जाएगी.
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