गुमला (GUMLA): गुमला जिला के खिलाड़ियों ने राष्ट्रीय और अंतराष्ट्रीय स्तर पर अपना परचम लहराया है. जहां इस कामयाबी से जिला और राज्य का नाम रोशन होने की खुशी है वही दूसरे तरफ ये दुर्भाग्य की बात है कि आज तक इन खिलाड़ियों को सही रूप से अभ्यास के लिए खेल मैदान की व्यावस्था उपलब्ध नहीं कराई गई है. जिस वजह से बेहतर अभ्यास में दिक्कतें आ रहीं हैं. गुमला की अष्टम उरांव ने ना केवल भारतीय महिला फुटबाल टीम के कैप्टन का दायित्व निभाया बल्कि कई खिलाड़ियों ने राष्ट्रीय और अंतराष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बनाई है. इससे यह साफ साबित होता है कि यहाँ के खिलाड़ियों में जज्बा तो है पर सुविधा की कमी से वो आगे नहीं बढ़ पा रहे हैं. खिलाड़ियों के लिए एक बेहतर मैदान की व्यावस्था करनी चाहिए ताकि वे आसानी से बेहतर माहौल में अभ्यास कर सके.
अभ्यास करने में हो रही है दिक्कतें
गुमला जिला की कई खिलाड़ी है जो राष्ट्रीय व अंतराष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बना चुकी है और खेल भी रही है. लेकिन मैदान के अभाव में खिलाड़ी एक छोटे से जमीन के हिस्से में अभ्यास करते हैं, जहां उन्हें परेशानी होती है. डीसी सुशांत गौरव ने कहा कि खिलाड़ियों के लिए खेल के बेहतर मैदान के साथ ही अन्य संसाधन जिला स्तर के साथ ही अनुमंडल स्तर पर भी की जा रही है जिससे खिलाड़ी बेहतर माहौल में अपनी प्रतिभा को निखार सकेंगे.
रिपोर्ट: सुशील कुमार सिंह
4+