टीएनपी डेस्क (TNP DESK):- पश्चिम बंगाल में पंचायत चुनावों की वोटों की गिनटी में भी हिंसा थमने का नाम नहीं ले रही है. दक्षिण 24 परगना जिले में एक वोटिंग केंद्र के बाहर जमकर हिंसा देखने को मिली, जिसमे बम और गोली लगने से इंडियन सेकुलर फ्रंट के दो कार्यकर्ताओं सहित तीन लोगों की मौत हो गई, इस हत्या का आरोप पश्चिम बंगाल की सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस पर लगा है . इस हिंसा के अलावा जिले के रायदिघी इलाके में एक राजनीतिक कार्यकर्ता की भी हत्या की खबर है.
हत्यओं के लिए तृणमूल जिम्मेदार !
आइएसएफ ने इस हिंसा औऱ हत्याओं के लिए तृणमूल कांग्रेस को जिम्मेदार ठहराया . इसके लिए स्थानीय बाहुबली नेता अराबुल इस्लाम पर हिंसा का आरोप लगाया. हालांकि, इन तमाम आऱोपों को तृणमूल ने खारिज किया औऱ बेबुनियाद बताया है. इस हिंसा के बाद इलाके में भारी तनाव का माहौल है. जगह-जगह पर पुलिस बल की तैनाती कर दी गई है . आपको बता दे भांगड़ में इससे पहले पंचायत चुनाव के नामांकन व मतदान के दौरान भी तृणमूल व आइएसएफ के बीच जबरदस्त हिंसा हुई थी.
पुलिस ने छोड़े आंसू गैस के गोल
हिंसा रोकने के लिए पुलिसकर्मियों ने कुछ राउंड रबर की गोलियां चलाईं और आंसू गैस के गोले भी छोड़े, ताकि भीड़ को तितर-बितर किया जा सके. झड़प में एक वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी उनके बॉडिगार्ड और कई अन्य पुलिसकर्मी और आईएसएफ के कुछ कथित सदस्य भी जख्मी हो गए .
गौरतलब है कि राज्य चुनाव आयोग द्वारा ग्रामीण चुनावों के एलान के बाद से ही भांगड़ में तनाव बना हुआ था. राज्यपाल डॉ. सीवी आनंद बोस ने दो बार हिंसा प्रभावित भांगड़ का दौरा किया था . उन्होंने चुनाव संबंधी झड़प में मारे गए एक व्यक्ति के परिवार के सदस्यों और घायल लोगों से बात की थी.
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