टीएनपी डेस्क (TNP DESK)- अविश्वास प्रस्ताव पर एन वक्त में राहुल गांधी के स्थान पर कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई ने बहस की शुरुआत की, भाजपा सांसदों के इस सवाल पर कि बहस की शुरुआत राहुल गांधी की ओर से क्यों नहीं की गई, हम तो उनका इंतजार कर रहे थें, गौरव गोगोई ने तंज कसते हुए कहा कि प्रधानमंत्री ने आपको क्या कहा, क्या जानकारी दी, इस पर हम कोई प्रतिक्रिया कैसे दे सकते हैं, जिसके बाद हंगामे की शुरुआत हो गयी.
सिर्फ संख्या बल का खेल नहीं है अविश्वास प्रस्ताव
भाजपा की ओर से इसे पीएम मोदी का अपमान बताया. हालांकि इस बीच गोगोई ने मणिपुर हिंसा से अपनी बात की शुरुआत करते हुए कहा कि आज का अविश्वास प्रस्ताव सिर्फ संख्या बल का खेल नहीं है, यह संख्या बल से अधिक मणिपुर के साथ इंसाफ का सवाल है, वहां के नागरिकों को न्याय देने का सवाल है, मणिपुर में आग लगी हुई है, आज भारत में जो रहा है वह इसके पहले आजाद भारत में कभी नहीं हुआ था, देश के मुखिया के नाते पीएम मोदी को संसद में बात रखनी चाहिए थी. लेकिन मणिपुर हिंसा पर पीएम मोदी अपनी चुप्पी तोड़ने को तैयार नहीं है, आखिर प्रधानमंत्री ने मणिपुर का दौरा क्यों नहीं किया. जब वह संसद में भी आये भी तो तीन महीनों की इस नस्लीय हिंसा पर महज तीस सेकेंड में अपनी बात समाप्त कर दी.
जबकि हिंसा पीड़ितों के जख्मों पर महरम लगाने के लिए राहुल गांधी गयें, इंडिया एलांयस के सांसद गयें, खुद गृह मंत्री गये, लेकिन पीएम मोदी क्यों नहीं जा रहें. आखिर कितनी हिंसा के बाद बीरेन सिंह का इस्तीफा लिया जायेगा, जबकि गुजरात में आप दो दो सीएम बदल चुके हैं, फिर बीरेन सिंह को हटाने में क्या राजनीति मजबूरी है.
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