TNPDESK- एक तरफ जहां शिवराज सिंह चौहान की सरकार पचास फीसदी कमीशन के आरोप प्रियंका गांधी और कमलनाथ के विरुद्ध मुकदमें दर्ज करवा रही है, वहीं अब इस मामले को नाटकीय मोड़ देते हुए कमलनाथ ने उज्जैन के महाकाल मंदिर में दंडवत याचना कर मध्यप्रदेश को कमीशन मुक्त प्रदेश बनाने की गुहार लगायी है. अब इसी पूजा अर्चना की तस्वीर को शेयर करते हुए कमलनाथ ने लिखा है कि ‘बाबा महाकाल से मध्यप्रदेश की प्रजा को 50% कमीशन की सरकार के भ्रष्ट राज से मुक्ति दिलाने, अपराधियों को दंड देने और समस्त प्रजा का कल्याण करने का निवेदन किया’ चोरी और सीनाजोरी कमीशन राज सरकार का मूल मंत्र बन गया है। मुख्यमंत्री रोज पूरे प्रदेश में घूमकर विकास पर भाषण देते हैं और प्रदेश का नौजवान अपने भविष्य के विनाश पर आंसू बहाता है। प्रदेश में एक करोड़ से अधिक बेरोजगार नौजवान हैं, लेकिन इन्हें रोजगार की जगह नर्सिंग घोटाला, व्यापम घोटाला, पुलिस भर्ती घोटाला, पटवारी भर्ती घोटाला और आयुष्मान कार्ड घोटाला मिलता है। 50% कमीशन के इस राज से विदाई के साथ ही इस घोटाला-राज का अंत होगा, तभी प्रदेश का नौजवान निशंक होगा.
चोरी और सीनाजोरी कमीशन राज सरकार का मूल मंत्र बन गया है। मुख्यमंत्री रोज पूरे प्रदेश में घूमकर विकास पर भाषण देते हैं और प्रदेश का नौजवान अपने भविष्य के विनाश पर आंसू बहाता है। प्रदेश में एक करोड़ से अधिक बेरोजगार नौजवान हैं, लेकिन इन्हें रोजगार की जगह नर्सिंग घोटाला, व्यापम…
— Kamal Nath (@OfficeOfKNath) August 14, 2023
लघु एवं मध्यम क्षेत्रीय संविदाकार संघ के पैड पर विवाद
ध्यान रहे कि प्रियंका गांधी, मध्यप्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ और दूसरे कांग्रेसी नेताओं के द्वारा 'लघु एवं मध्यम क्षेत्रीय संविदाकार संघ' की ओर से जारी एक लेडर पैड को ट्वीट किया गया था, इस लेटर पैड में ज्ञानेन्द्र अवस्थी नामक एक शख्स ने ग्वालियर खंडपीठ के मुख्य न्यायाधीश से मध्यप्रदेश में पचास फीसदी कमीशन से मुक्ति दिलवाने की गुहार लगायी है.
प्रियंका गांधी का ट्वीट
इस लेटर पैड को ट्वीट करते हुए प्रियंका गांधी ने लिखा था कि 'मध्यप्रदेश में ठेकेदारों के एक संघ ने हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश को पत्र लिखकर शिकायत की है कि प्रदेश में पचास फीसदी कमीशन देने के बाद ही बकाये का भुगतान मिलता है. कर्नाटक भाजपा चालीस फीसदी कमीशन की वसूली करती थी, लेकिन मध्यप्रदेश में भाजपा अपने ही रिकॉर्ड को तोड़कर आगे निकल गई, और 50 फीसदी कमीशन की उगाही करने लगी, कर्नाटक की जनता ने चालीस फीसदी कमीशन वाली सरकार को बाहर का रास्ता दिखला दिया, अब मध्यप्रदेश की जनता पचास फीसदी कमीशन वाली भाजपा सरकार को सत्ता से बेदखल करेगी.
जो कांग्रेस अंग्रेजों से नहीं डरी वह भला इस एफआईआर से क्यों डरेगी!
हालांकि मामला दर्ज होने के बाद प्रियंका गांधी की ओर से कोई जवाब नहीं आया, लेकिन पूर्व पीसीसी चीफ अरुण यादव ने मोर्चा जरुर खोल दिया है, उन्होंने कहा है कि जो कांग्रेस अंग्रेजों से नहीं डरी, वह भला इस एफआईआर से क्यों डरेगी! यहां याद रहे कि कर्नाटक चुनाव में भी कांग्रेस ने भ्रष्टाचार को बड़ा मुद्दा बनाया था, जबकि इस दौरान भाजपा हिन्दू मुसलमान कार्ड खेलने में व्यस्त थी, उसके द्वारा बजरंग बलि और बुरका-नाकाब को मुद्दा बनाया जा रहा था, लेकिन कांग्रेस का यह भ्रष्टाचार का आरोप चल निकला और 40 फीसदी कमीशन के आरोप में भाजपा को सत्ता से बेदखल होना पड़ा.
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