दुमका(DUMKA): प्रिंट और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के बाद वर्तमान समय मे सोशल मीडिया सूचना संप्रेषण का एक सशक्त माध्यम बन कर उभरा है. सोशल मीडिया के सहारे संवाद काफी तेजी से वायरल होता है और देखते ही देखते आम लोगों की जुबां पर उसकी चर्चा होने लगता है.
हम बात कर रहे है एक फेसबुक पोस्ट की, जिसकी चर्चा दुमका ही नहीं पूरे संथाल परगना प्रमंडल में हो रही है. दरअसल वर्ष 2019 में पोड़ैयाहाट से तत्कालीन झाविमो विधायक प्रदीप यादव पर पार्टी की एक महिला नेत्री ने दुष्कर्म के आरोप में प्राथमिकी दर्ज कराई थी. इस मामले में प्रदीप यादव को जेल भी जाना पड़ा. फिलहाल वे बेल पर हैं. इस मामले की सुनवाई दुमका कोर्ट में चल रहा है. बुधवार को पीड़िता की गवाही इस मामले में होनी थी. लेकिन सुबह से ही पीड़िता के नाम से बने फेसबुक आईडी से एक पोस्ट वायरल होने लगा. जिसमें लिखा गया है कि "कल से लगातार धमकी दी जा रही है. प्रेशर डाला जा रहा है, एक केस को लेकर उसमें गवाही देने के लिए".
अभी लोगों के जेहन में इस पोस्ट के बाबत सवाल उठ ही रहा था कि आखिर वो कौन सा केस है जिसमें गवाही देने के लिए प्रेशर डाला जा रहा है और आखिर कौन है जो गवाही देने के लिए धमकी दे रहा है. तभी भाजपा नेता निशिकांत दुबे ने सोशल साइट X पर पोस्ट किया , जिसमें लिखा गया है कि कौन धमकी दे रहा है? रांची के एक चर्चित वकील के यहां @dir_ed के रेड में कौन से पैसे के लेन देन के सबूत मिले? और भी बहुत कुछ लिखा हुआ है।
इस पोस्ट के सामने आने से लोगों की जिज्ञासा और बढ़ गयी कि आखिर कौन धमकी दे रहा है? वैसे दुमका कोर्ट में आज ना तो गबाही देने के लिए पीड़िता पहुचीं और ना ही प्रदीप यादव पहुँच सके. कोर्ट ने अगली तिथि निर्धारित की है. लेकिन सवाल जस का तस रह गया कि आखिर गवाही देने के लिए किसने पीड़िता को धमकी दिया. वैसे कहा जा रहा है कि फेसबुक पोस्ट को डिलीट कर दिया गया है. आखिर किस वजह से पोस्ट किया गया और फिर उसे डिलीट किया गया यह तो पीड़िता ही बता सकती है लेकिन इस मामले को लेकर तरह तरह की अफवाहें फिजा में तैर रही है.
रिपोर्ट: पंचम झा
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