रांची (RANCHI) : लोकसभा चुनाव 2024 के लिए तीन चरण की वोटिंग हो चुकी है और बाकी बचे 4 चरणों के लिए मतदान होना अभी बाकी है. झारखंड सहित पूरे देश में 13 मई को वोटिंग होगी. आज शाम चौथे चरण का चुनाव प्रचार थम जाएगा. संबंधित क्षेत्रों में शाम पांच बजे से सभा, रैली, बैठक या लाउस्पीकर के जरिये प्रचार करने की अनुमति नहीं होगी. हालांकि प्रत्याशियों डोर-टू-डोर प्रचार जारी रख सकेंगे. झारखंड के चार सीटों पर कुल 45 उम्मीदवार चुनावी मैदान में हैं. झारखंड के चार सीटों खूंटी, लोहरदगा, सिंहभूम और पलामू में मुख्य मुकाबला भाजपा और इंडिया गठबंधन के प्रत्याशियों के बीच होगा. अपने-अपने उम्मीदवारों के प्रचार के लिए देश के बड़े-बड़े नेता पीएम मोदी, राहुल गांधी, राजनाथ, अमित शाह, तेजस्वी यादव सहित कई दिग्गज नेताओं ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी. अब इन प्रत्याशियों के किस्मत का फैसला 13 मई को मतदाता करेंगे.
इन प्रत्याशियों के बीच होगा मुख्य मुकाबला
खूंटी संसदीय क्षेत्र की बात करें तो यहां मुख्य मुकाबला बीजेपी और कांग्रेस के बीच है. दोनों ही पार्टी अपने पुराने प्रत्याशी कालीचरण मुंडा और अर्जुन मुंडा पर दांव खेला है. लेकिन झारखंड पार्टी के अपर्णा हंस और निर्दलीय उम्मीदवार के उतरने से मुकाबला काफी रोचक हो गया है. वैसे इस क्षेत्र से कुल 16 लोगों ने नामांकन किया था, जिसमें नौ प्रत्याशियों का नामांकन रद्द कर दिया गया. इसके बाद अब सिर्फ सात उम्मीदवार ही मैदान में रह गए हैं. जिनमें भाजपा के अर्जुन मुंडा, कांग्रेस के कालीचरण मुंडा, झारखंड पार्टी की अर्पणा हंस, भारत आदिवासी पार्टी की बबीता कच्छप, बहुजन समाज पार्टी की सावित्री देवी, निर्दलीय उम्मीदवार बसंत कुमार लोंगा और पास्टर संजय कुमार तिर्की शामिल हैं. 2019 के लोकसभा चुनाव में अर्जुन मुंडा को कांग्रेस के कालीचरण मुंडा ने कड़ी टक्कर दी थी, वे मात्र 1445 वोटों से चुनाव जीते थे.
लोहरदगा लोकसभा क्षेत्र में त्रिकोणीय मुकाबले के आसार है. इस सीट से भाजपा के समीर उरांव, कांग्रेस के सुखदेव भगत और निर्दलीय उम्मीदवार चमरा लिंडा मैदान में ताल ठोक रहे हैं. वैसे तो यहां से पंद्रह उम्मीदवार अपनी किस्मत अजमा रहे हैं. लेकिन मुख्य मुकाबला, समीर उरांव, सुखदेव भगत और चमरा लिंडा का नाम सबसे ऊपर चल रहा है. 2019 लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के सुखदेव भगत और भाजपा के सुदर्शन भगत के मुख्य मुकाबला हुआ था. इस कड़े मुकाबले में सुदर्शन भगत करीब दस वोट से विजयी हुए थे.
सिंहभूम संसदीय क्षेत्र में मुख्य मुकाबला भाजपा की गीता कोड़ा और जेएमएम की जोबा मांझी के बीच है. वैसे इस क्षेत्र से कुल 14 उम्मीदवार ताल ठोक रहे हैं. लोकसभा चुनाव की घोषणा से पहले तक गीता कोड़ा कांग्रेस की सांसद थी, लेकिन बाद में उन्होंने बीजेपी का दामन थाम लिया. सिंहभूम राज्य की ऐसी लोकसभा सीट है जहां दो महिलाओं के बीच सीधा मुकाबला है. 2019 में कांग्रेस की गीता कोड़ा ने भाजपा के लक्ष्मण गिलुआ को करीब 72 हजार वोट से हराया था. गीता कोड़ा को 431,815 वोट मिला था, जबकि बीजेपी के लक्ष्मण गिलुवा को 359,660 मत मिले थे. उस चुनाव में कांग्रेस को 49.11 प्रतिशत मिले थे.
पलामू लोकसभा सीट की बात करें तो यहां मुख्य मुकाबला बीजेपी के बीडी राम और इंडिया गठबंधन में शामिल राजद प्रत्याशी ममता भुइयां के बीच है. झारखंड में राजद एक मात्र पलामू सीट से भाग आजमा रही हैं. यहां से कुल नौ प्रत्याशी चुनाव मैदान में है. इस सीट से लगातार दो बार भाजपा के विष्णुदयाल राम सांसद चुने गए हैं. यहां बीजेपी प्रत्याशी बीडी राम का काफी विरोध हुआ है. स्थानीय लोग उनसे काफी नाराज चल रहे हैं. लेकिन बीडी राम पीएम मोदी की चुनावी सभा के बदौलत चुनावी मैदान में हैं.
जानिए इन चारो सीटों पर कितने हैं वोटर्स
चुनाव आयोग के आंकड़ों के मुताबिक खूंटी में 13 लाख 20 हजार 808, लोहरदगा में 14 लाख 36 हजार 351, सिंहभूम में 14 लाख 41 हजार 841 और पलामू में 22 लाख 38 हजार 460 मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे. इस तरह से इस चरण में 64 लाख 37 हजार 460 मतदाता भागीदारी निभाएंगे. जिसमें 32 लाख 29 हजार 480 पुरुष और 32 लाख 07 हजार 938 महिला मतदाता हैं.
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