रांची (RANCHI) : देश में लोकसभा चुनाव हो रहा है. इस चुनाव से मतदाता अपने पसंद के सांसद को चुनते हैं. लेकिन जब से लोकसभा चुनाव 2024 का बिगुल बजा है तब से पूरे देश में मोदी की गारंटी चल रही है. अभी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जहां-जहां सभाएं हो रही है, वहां-वहां मोदी की गारंटी की हुंकार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भरते हुए नजर आ रहे हैं. झारखंड में भी मोदी की गारंटी चल रही है. झारखंड भाजपा को उम्मीद है कि राज्य के 14 सीटों पर इसी के भरोसे फतह हासिल कर लेंगे. हालांकि ये तो चुनाव परिणाम के बाद चलेगा कि किस पार्टी को कितने सीटों पर जीत मिलेगी.
लोकसभा चुनावों में पूरे दमखम से जुटे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी झारखंड में आज से चुनाव प्रचार का आगाज करेंगे. दो दिवसीय दौरे पर झारखंड पहुंचे पीएम मोदी की जनसभा सिंहभूम क्षेत्र के चाईबासा में है. यह पीएम मोदी की झारखंड में पहली चुनावी जनसभा है. सिंहभूम से गीता कोड़ा भाजपा के उम्मीदवार है. उनके खिलाफ झामुमो ने पांच बार की विधायक गीता कोड़ा को चुनावी मैदान में उतारा है. चार मई को पलामू और लोहरदगा संसदीय क्षेत्र में प्रधानमंत्री चुनावी जनसभा को संबोधित करेंगे. पिछले चुनाव में प्रधानमंत्री ने लोहरदगा संसदीय क्षेत्र में 24 अप्रैल को जनसभा कर चुनाव प्रचार का आगाज किया था. इस बार तीन मई से चुनावी प्रचार करने वाले हैं.
इन सीटों पर बीजेपी की राह आसान नहीं
बताया जाता है कि राज्य के कई ऐसी सीट है जहां पर कांटे का मुकाबला हो सकता है. वहीं कुछ ऐसी भी सीटें हैं जहां बीजेपी की राह आसान नहीं है. यही वजह से झारखंड भाजपा ने इस बार पीएम मोदी की रैली में थोड़ा बदलाव किया है. इस बार प्रधानमंत्री चुनाव प्रचार का आगाज सिंहभूम से कर रहे हैं.पिछले चुनाव में सिंहभूम कांग्रेस के खाते में गई थी. तब गीता कोड़ा कांग्रेस में थी अब भाजपा में है. यहां से इस चुनाव झामुमो ने जोबा मांझी को मैदान में उतारा है. पलामू की बात करें तो यहां से दो बार से बीडी राम सांसद चुने गये हैं. लेकिन इस बार उनका राह उतना आसान नहीं है. यहां उनका लोग खुलकर विरोध कर रहे हैं. इसलिए यहां भी पेंच फंसता हुआ नजर आ रहा है. इस सीट से राजद ने ममता भूइंया को टिकट दिया है. लोहरदगा की बात करें तो यहां पिछले चुनाव में कांग्रेस के सुखदेव भगत ने भाजपा के सुदर्शन भगत को कड़ी टक्कर दी थी. इस बार चमरा लिंडा के उतरने से मुकाबला त्रिकोणीय होगा. क्योंकि बीजेपी ने सुदर्शन भगत का टिकट काटकर समीर उरांव को उम्मीदवार बनाया है, जबकि कांग्रेस ने सुखदेव भगत को प्रत्याशी बनाया है. इसलिए भाजपा ने इन सीटों पर ज्यादा फोकस किया है और पीएम मोदी की जनसभाएं इसलिए यहां हो रही है. झारखंड भाजपा को उम्मीद है इन तीनों लोकसभा क्षेत्रो में मोदी की गारंटी चलेगी तो पार्टी के प्रत्याशी जीत सकती है.
इन सीटों पर कांटे का मुकाबला
पिछले चुनाव की तरह इस बार मोदी की लहर झारखंड में दिखती हुई नजर नहीं आ रही है. हेमंत सोरेन की गिरफ्तारी के बाद भाजपा के खिलाफ राज्य के मतदाताओं में काफी आक्रोश देखा जा रहा है. इस बात को बीजेपी भी जानती है. इसी वजह से पार्टी ने अपनी रणनीति में थोड़ा बदलाव किया है. बताया जाता है कि लोहरदगा, सिंहभूम, पलामू के अलावा खूंटी, राजमहल, गिरिडीह, दुमका और रांची जैसी सीटों पर मुकाबला कांटे का है. इन सीटों पर बीजेपी की स्थिति कमजोर बतायी जा रही है. भाजपा को उम्मीद है कि पीएम के दौरे के बाद हवा का रुख बदल सकता है. यही वजह से रांची में प्रधानमंत्री का रोड शो होने जा रहा है. यहां भाजपा ने एक बार फिर संजय सेठ पर दांव खेला है, जबकि कांग्रेस युवा और महिला प्रत्याशी यशस्विनी सहाय को मैदान में उतारा है. बीजेपी को डर है कहीं ये सीट कांग्रेस के खाते में ना चला जाए.
प्रधानमंत्री मोदी के दौरे के बाद भाजपा का कमल की जड़े झारखंड में कितनी गहरी होगी या कितना कमजोर होगा ये तो चुनाव परिणाम के बाद पता चलेगा. लेकिन जिस वक्त हेमंत सोरेन की गिरफ्तारी हुई ऐसे में यहां भाजपा को पार पाना आसान नहीं है. अगर धनबाद, कोडरमा, हजारीबाग और जमशेदपुर की भी बात करें तो यहां भी पिछले चुनाव की तरह इस बार हवा का रुख वैसा नहीं है. क्योंकि इंडिया गठबंधन ने भी रणनीति के तहत अपने प्रत्याशियों को मैदान में उतारा है.
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