गैंग की चल रही थी मीटिंग, पहुंच गई पुलिस फिर गुस्से में गंगेस्टर मयंक सिंह ने ही डीएसपी को मार दी थी गोली
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रांची(RANCHI): झारखंड में गैंगस्टर पर कड़ी कार्रवाई पुलिस कर रही है. रंगदारी और गोलीबारी की वारदात देने वाले गैंग पर शिकंजा कसा जा रहा है. गैंग के शूटर से लेकर रांनीतिकार का खात्मा कर गैंग को खत्म करने का एक प्लान बनाया गया. इसी बीच एक चौकाने वाला खुलासा हुआ है. सुनील मीना के खिलाफ दाखिल चार्जशीट में यह जानकारी सामने आई की गैंग ने ATS डीएसपी पर गोली चला कर लोगों में दहशत बनाने की योजना थी और इसी के तहत गोली मार दी गई थी.
दरअसल 18 जुलाई 2023 को रात करीब 7 बजे का छापेमारी के दौरान अमन साहू गैंग के शूटरो ने डीएसपी पर ही गोली चला दी थी. इस फायरिंग में एक दरोगा और डीएसपी को गोली लगी थी.इस गोली कांड का रणनीतिकार मयंक सिंह था. इसके कहने पर ही शूटरो ने गोली चलाई थी,जिससे इनके गैंग का दहशत पूरे इलाके में फैल सके.
इसका खुलासा मयंक सिंह के खिलाफ दायर चार्जशीट में हुआ है. ATS ने कोर्ट में यह बताया है कि मयंक सिंह एक रांनीतिकार के रूप में अमन गैंग के लिए काम कर रहा था. यह कई वारदात को अंजाम देने के लिए हथियार भी मयंक मुहैया करता था फिर घटना की जिम्मेवारी भी इसके द्वारा ही ली जाती थी. खुद विदेश में बैठा था लेकिन झारखंड के कारोबारी इसके निशाने पर रहते थे पूरे गैंग को ऑपरेट करने का काम सुनील कर रहा था.
आखिर मयंक सिंह खुद अजरबैजान में बैठा था लेकिन इसका पूरा लिंक झारखंड और आस पास के राज्य में काम कर रहा था. जिसके बाद ATS ने कार्रवाई शुरू की और इसे विदेश से खिच कर भारत लेकर पहुंची. अजरबैजन से प्रत्यर्पण कर रांची लाया गया. जिसके बाद ATS ने इसे रामगढ़ कोर्ट में पेश किया और फिर जेल भेज दिया गया. इस बीच रिमांड पर लेकर कई दिनों तक पूछताछ की गई है.
इस पूछताछ में सबसे बड़ा खुलासा ATS डीएसपी पर गोली बारी मामले में हुआ है. बताया जा रहा है कि 18 जुलाई को गैंग की एक मीटिंग चल रही थी. इस मीटिंग में ऑनलाइन खुद मयंक सिंह मौजूद था. और जैसे ही उसे जानकारी लगी की पुलिस पहुंची है इसके बाद सीधे गोली चलाने का आदेश दे दिया और डीएसपी के साथ दारोगा को गोली लग गई. इस मामले में मयंक ने बताया कि पुलिस पर हमला करने के पीछे की मंशा साफ थी की आम लोग इससे डर और दहशत में आ जाये.
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