टीएनपी डेस्क(TNP DESK): झारखंड विधानसभा चुनाव के 43 सीटों पर पहले चरण में ही 13 नवंबर को मतदान संपत्र हो चुका है, लेकिन झारखंड के 38 सीटों पर दुसरे चरण में 20 नवंबर को मतदान होना है.जिसको लेकर सभी राजनीतिक दल के प्रत्याशी और नेता अपनी जीत के लिए अपना दम खम दिखा रहे है. जिस तरीके से बीजेपी और कांग्रेस के नेताओं का जमावड़ा झारखंड में देखने को मिल रहा है, उसको देख कर यह कहना गलत नहीं होगा, कि देश की राजनीति झारखंड पर आकर केंद्रित हो गई है. चाहे देश के पीएम नरेंद्र मोदी हो गृहमंत्री अमित शाह, यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ हो सभी लगातार झारखंड का चक्कर लगा रहे है.
सभी राजनीतिक पार्टियों ने लगाया जोर
कांग्रेस भी झारखंड में किसी किमत पर हारना नहीं चाहती है. अपनी प्रत्याशियों की जीतकर को लेकर काफी मेहनत कर रही है. जिसको लेकर कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, राहुल गांधी के साथ के कई कद्वावर नेता झारखंड का दौरा कर रहे है. वहीं लालू प्रसाद यादव, तेजस्वी यादव ने भी झारखंड में अपनी दौरा किया, और गठबंधन के प्रत्यासियों के लिए वोट की अपील की और प्रत्याशियों के पक्ष में वोट की अपील कर रहे है.
सूबे के सीएम और कल्पना सोरेन ने भी तोड़ा रिकॉर्ड
वहीं बात जेएमएम की करें तो हेमंत सोरेन की पत्नी इस चुनाव में इंडिया गठबंधन के लिए स्टार प्रचारक के रुप में उभरी है. झारखंड के कोयलांचल के साथ संताल परगना के विधानसभा सीटों के प्रत्याशियों के पक्ष में कल्पना काफी ज्यादा चुनाव का प्रचार प्रसार कर रही है. इस बार का झारखंड विधानसभा चुनाव काफी दिलचस्प हो चुका है, क्योंकि इस बार बाजी कभी भी पलट सकती है. इस बार बीजेपी और इंडिया गठबंधन के बीच कांटे की टक्कर है, जिसको लेकर कोई भी राजनीतिक पार्टी कोई भी ऐसी गलती नहीं करना चाहती है जिससे चुनाव पर कोई प्रभाव पड़े.
इस चुनाव महाराष्ट्र पर भारी झारखंड
वहीं आपको बताये कि महाराष्ट्र में 20 नवंबर को विधानसभा के सभी 288 सीटों पर मतदान होना है.जिसकी काउंटिंग 23 नवंबर को होगी, लेकिन जिस तरीके से बीजेपी और कांग्रेस के सभी दिग्गज नेता झारखंड में डेरा जमाये हुए है, उसको देखकर कहा जा सकता है कि इस बार का झारखंड विधानसभा का चुनाव नाक की लड़ाई बन गई है, जिसको कोई भी हारना नहीं चाहता है.यही वजह है कि महाराष्ट्र से ज्यादा झारखंड पर राजनीतिक पार्टियों का जोर है.
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