पटना(PATNA)- सेविका सहायिकाओं के मानदेय में वृद्धि की मांग पर हंगामा बरपाते विपक्षी सदस्यों पर माइक तोड़ने का गंभीर आरोप लगा है. विधान सभा अध्यक्ष अवध विहारी चौधऱी ने इस मामले में कार्रवाई करते हुए भाजपा विधायक लखीन्द्र पासवान को दो दिनों के लिए निलंबित कर दिया है.
जब माइक खोलने का सही तरीका बताने लगे तेजस्वी यादव
लेकिन इस बीच सदन में एक रोचक स्थिति तब बन गयी, जब उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव नेता प्रतिपक्ष विजय सिन्हा को माइक खोलने का सही तरीका समझाने लगें. दरअसल सत्ता पक्ष और विपक्ष के सदस्यों के हंगामें के बीच नेता प्रतिपक्ष विजय सिन्हा विधान सभा अध्यक्ष को यह बताने की कोशिश कर रहे थें कि विपक्षी सदस्यों पर माइक तोड़ने का आरोप बेबुनियाद है, वह तो महज माइक खोलने की कोशिश कर रहे थें, इसी दरम्यान वह अपने हाथ में माइक लेकर विधान सभा अध्यक्ष को बताने लगे, कि देखिये इस तरह माइक खोलने की कोशिश की जा रही थी. लेकिन इसी बीच तेजस्वी माइक हाथ में लेकर यह बताने लगे कि माइक खोलने का यह तरीका एकदम गलत है, सही तरीका तो यह है.
हालांकि इसके बाद भी नेता प्रतिपक्ष इस बात पर अड़ें रहें कि लखीन्द्र पासवान ने माइक नहीं तोड़ा है, जबकि तेजस्वी यादव माइक तोड़े जाने के अपने आरोप पर कायम रहें. इसके बाद विधान सभा अध्यक्ष ने भाजपा विधायक लखींद्र पासवान को दो दिनों से लिए सदन से निलंबित कर दिया गया.
निलंबन की कार्रवाई पर विपक्षी सदस्यों का हंगामा
विधान सभा अध्यक्ष के द्वारा निलंबन की कार्रवाई करते ही विपक्षी सदस्य एक बार फिर से हंगामा करने लगे. उनके द्वारा विधान सभा अध्यक्ष के इस फैसले को पक्षपात पूर्ण बताया जा रहा था. उनका आरोप था कि विधान सभा अध्यक्ष सरकार सरकार के प्रतिनिधि के रुप में काम कर रहे हैं, जबकि उनका काम निष्पक्ष होकर सदन का सुचारु संचालन था. हालांकि इस बीच तेजस्वी यादव को भी भ्रष्टाचारी बताया गया, लेकिन विपक्षी सदस्य उनका नाम लेने से परहेज करते रहें.
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