बेगूसराय(BEGUSARAI): एक समय में अपनी अलग पहचान रखने वाले एशिया के सबसे बड़े रेलवे यार्ड गरहारा यार्ड इन दिनों चोरों के निशाने पर है. खास बात यह है कि चोरों ने दुस्साहस का परिचय देते हुए लोकोमोटिव शेड एवं डीजल शेड के बाउंड्री वॉल के नीचे सुरंग बना कर चोरी की बड़ी घटना को अंजाम दे डाला . इतना ही नहीं चोरी की इस घटना में एक पूरा गैंग जो बेगूसराय से लेकर मुजफ्फरपुर तक फैला हुआ है उसके द्वारा इस घटना को अंजाम दिया गया. प्राप्त जानकारी के अनुसार पिछले 1 वर्ष में लगभग 16 रेल इंजन की सामानों को चोरों ने सुरंग के रास्ते गायब कर दिया. सबसे तारीफ इस बात की है कि इतनी बड़ी और करोड़ों की चोरी होने की खबर स्थानीय प्रशासन को कानों कान नहीं लग सकी. हालांकि चोरों की यह करतूत सामने आने के बाद रेल प्रशासन पूरी तरह अलर्ट मोड में आ गई और सामान को भी बरामद कर लिया गया. लेकिन देखा जाए तो अभी तक यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि चोरों के द्वारा कितने दिनों से इन घटनाओं को अंजाम दिया जा रहा था.
गौरतलब है कि कोरोना काल में समस्तीपुर रेल डिवीजन ने अपने परित्यक्त रेल इंजन को बरौनी लोकोमोटिव शेड एवं डीजल शेड में लाकर रख दिया था. गरहरा यार्ड के स्थानीय पदाधिकारियों का कहना है कि समस्तीपुर रेल डिवीजन के द्वारा सामानों को तो रख दिया गया लेकिन उसकी सुरक्षा के कोई इंतजाम नहीं किए गए और ना ही कोई गार्ड दिए गए. अब जब चोरी की घटनाएं सामने आ रही हैं तो पूरे रेल महकमे में हड़कंप मचा हुआ है. अभी तक मिली जानकारी के अनुसार मामला सामने आने के बाद इस गिरोह का सरगना मुजफ्फरपुर निवासी मनोहर साह फरार बताया जा रहा है.
रेलवे ने कहा झूठा है वायरल वीडियो
वहीं रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी वीरेन्द्र कुमार ने साफ कर दिया कि ये वायरल वीडियो सरासर गलत है. रेल के इंजन की चोरी होना कोई सामान्य घटना नहीं . सुरंग खोद कर इंजन गायब करने जैसे आधारहीन समाचार के संबंध में सही तथ्य ये है कि इंजन के अंदर से कॉपर वायर की चोरी हुई थी जिसे कुछ मीडिया द्वारा पूरे इंजन की चोरी का मामला बताया जा रहा है, जो बिल्कुल असत्य एवं निराधार हैं. मामले का पता लगते ही रेलवे द्वारा तत्काल इस पर संज्ञान लेते हुए गुम हुए सामान का 95% सामान बरामद कर लिया गया है. साथ ही इसमें शामिल लोगों को गिरफ्तार कर उनके विरुद्ध कानूनी कार्रवाई की जा रही है .
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