शेखपुरा(SHEKHPURA): आपने ऑनर किलिंग की खबरें तो खूब पढ़ी और देखी होगी, लेकिन आज एक ऐसा मामला सामने आया है, जिसे ऑनर कीलिंग नही बल्कि हॉरर किलिंग कहा जा सकता है. दरअसल, पहले प्यार होता है, फिर शादी और बच्चे, लेकिन आगे जो हुआ उसकी आपने कभी कल्पना भी न की होगी. जुर्म की यह दास्तान सुनकर आपकी रूह कांप जाएगी.
मामला बिहार के शेखपुरा जिले के नगर थाना क्षेत्र के इंदाय मुहल्ले की है, जहां आशीष कुमार नाम का एक युवक झारखंड के बोकारो की रहने बाली दिव्या कुमारी से प्रेम प्रसंग में पड़ने के बाद शादी की. दिव्या ने पहले एक बच्ची को जन्म दिया और उसका दूसरा सन्तान लड़का था.
भाई से नाजायज संबंध के शक में ले ली जान
आशीष को शक हुआ कि उसकी पत्नी का उसके भाई से नाजायज संबंध है. यह संबंध आशीष को नागवार गुजरा और दिव्या को सबक सिखाने की उसने मन ही मन ठान ली. उसे मौत की नींद सुलाने की पटकथा लिखनी शुरू कर दी. आशीष के पिता नवल यादव गिरहिंडा मोहल्ले में झोलाछाप डॉक्टर का काम करते हैं आशीष अपने पिता नवल और भांजा के साथ मिलकर अपनी पत्नी को ठिकाने लगाने के लिए वह ऑपरेशन में प्रयोग किए जाने वाले एनेस्थीसिया को अपने घर ले आया और दिव्या तथा अपने 4 माह के दूध मुंहे पुत्र को एनएसथीसिया सूंघा दी. इतना ही नहीं आशीष और नवल ने एक एंबुलेंस को किराये पर बुक किया और कहा कि वह अपनी पत्नी का इलाज करवाने के लिए मुंगेर ले जाएंगे और एंबुलेंस में अपनी पत्नी और बच्चे को लादकर मुंगेर ले गया. एंबुलेंस में आशीष के पिता नवल यादव, एंबुलेंस चालक के अलावा दो अन्य व्यक्ति थे, जिसके नाम का पुलिस खुलासा नहीं कर पाई. बताया जा रहा है कि मुंगेर से खगड़िया जाने वाली ओवर ब्रिज के बीच एंबुलेंस गाड़ी पहुंचती है और जाने वाली नदी पर बनाई गई ब्रिज के बीच पहुंचकर स्वाति और उसके 4 माह के पुत्र को गंगा की धार में फेंक दिया.
रिपोर्ट दर्ज कराने के बाद हुआ खुलासा
इस बात का खुलासा तब हुआ जब दिव्या के पिता ने अपने पुत्री के गुमशुदगी का रिपोर्ट पुलिस में दर्ज कराया. रिपोर्ट दर्ज होने के बाद भी शेखपुरा की पुलिस सोयी ही रही, थक हार कर दिव्या के माता-पिता ने शेखपुरा के एसपी कार्तिकेय शर्मा से मुलाकात की. कार्तिकेय शर्मा ने मामले की गंभीरता को देखते हुए तुरंत दिव्या के पति और उसके परिवार वालों के मोबाइल को ट्रैक करने के लिए टेक्निकल टीम को आदेश दिया. टेक्निकल टीम ने पूरे मामले की तहकीकात करते हुए यह खुलासा किया कि मृतिका स्वाति के पति आशीष, उसके ससुर झोलाछाप डॉक्टर नवल यादव, एंबुलेंस चालक एवं एक अन्य व्यक्ति ने मिलकर उसे एनएसथीसिया कर मुंगेर के गंगा बीच से दोनों को नदी की धार में फेंक दिया. पुलिस दिव्या के पति आशीष कुमार एवं एंबुलेंस चालक को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है. घटना में शामिल आशीष के पिता झोलाछाप डॉक्टर नवल यादव एवं एक अन्य व्यक्ति अभी तक फरार है. पुलिस ने बताया कि इस तरह की घटना विरले ही देखने को मिलती है. यह बिल्कुल क्रूरता घटना है. लिहाजा अपराधी को सख्त से सख्त सजा दिलाई जाएगी. इधर, घटना की जानकारी मिलने के बाद इलाके में सनसनी फैल गई है.
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