खगड़िया(KHAGARIYA): बिहार में महागठबंधन की सरकार बनते ही लगातार नौकरियों की बहार आ गई है. हर दूसरे दिन विभिन्न विभागों में नवनियुक्त लोगों को नियुक्ति पत्र दिए जा रहे हैं इन सब के बीच बिहार के खगड़िया जिले से एक ऐसी तस्वीर आई है जो महागठबंधन सरकार की स्वास्थ्य व्यवस्था के प्रति कितनी सजगता है इसकी पोल खोलने को काफी है.
पूरा मामला
सूबे में स्वास्थ्य व्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए मिशन 60 डेज के तहत अधारभूत संरचना से लेकर मरीज को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध करवाने की कवायद चल रही है. लेकिन खगड़िया में एक के बाद एक स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही उजागर हो रही है. बात अलौली प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र की करे तो यहां पर बंध्याकरण के लिए पहुंची महिलाओं को बिना बेहोशी के सुई दिए ही ऑपरेशन कर दिया गया. महिलाओं की माने तो वह ऑपरेशन के समय दर्द से कराहती रही और चिल्लाती रही. लेकिन न तो डाक्टर न ही वहां मौजूद स्वास्थ्य कर्मी उसकी एक बात सुनी और जबरदस्ती ऑपरेशन थियेटर में ले जाकर उसका ऑपरेशन कर दिया.
सिविल सर्जन ने क्या कहा
वहीं खगड़िया सिविल सर्जन की मानें तो बंध्याकरण के समय मरीज को बेहोशी की सुई देनी चाहिए यदि ऐसा नहीं किया गया है तो पूरे मामले की जांच करवा कर दोषी लोगों पर कार्रवाई की जाएगा. बताते चलें कि दो दिन पूर्व परबता पीएचसी में बंध्याकरण करने पहूंची महिला को बेहोशी की सुई देने के बाद जमीन पर ही सुला दिया गया था. बार-बार मरीजों के साथ हो रहे लापरवाही से खगड़िया के स्वास्थ्य व्यवस्था पर प्रश्न चिन्ह खड़ा हो रहा है.
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