पटना(PATNA): बिहार भाजपा के राज्यसभा सांसद और बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने बिहार में चल रही महागठबंधन को लेकर बड़ा दावा किया था. भाजपा नेता सुशील मोदी ने कहा था कि जल्द ही जनता दल यूनाइटेड का विलय राजद के साथ होने वाला है. इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा था कि उनके संपर्क में जदयू के कई विधायक हैं जो राजद का साथ छोड़ देंगे और भाजपा में शामिल होंगे. वहीं, अब इनके बयान पर जदयू के कद्दावर नेता और बिहार सरकार के मंत्री विजय कुमार चौधरी ने जोरदार पलटवार किया है. जदयू नेता ने कहा है कि सुशील मोदी की हैसियत उनकी पार्टी में शून्य होकर रह गई है.
महागठबंधन कुछ लोगों को पाच नहीं रहा: विजय कुमार चौधरी
बिहार सरकार के मंत्री ने सुशील मोदी पर पलटवार करते हुए कहा कि भाजपा नेता कोई एक कारण या लक्षण बता दें जिन्हें देख उनको ऐसा लगा हो कि जदयू और राजद का विलय होने वाला है. उन्होंने कहा कि जब बिहार में सरकार आपसी समझदारी के साथ बनी है और काफी सूझ -बुझ कर हमलोग महागठबंधन में शामिल हुए हैं. बिहार में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव अच्छी तरह मिलकर महागठबंधन की सरकार चला रहे हैं. स्वाभाविक है कि बहुत लोगों को यह बात ना पच रही है ना ही रास आ रही है, इसलिए वो लोग तो कुछ तो शगुफा छोड़ेंगे.
सुशील मोदी पका रहे ख्याली पुलाव
विजय कुमार चौधरी ने इसके साथ ही यह भी कहा कि हमारे बारे में ऐसे नेता बोल रहे हैं जो खुद बिहार के उपमुख्यमंत्री के पद पर रहें है. विजय चौधरी ने सूमो पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि सबसे पहले उनको यह समझना चाहिए की उनकी खुद की हैसियत अब भाजपा में क्या रह गई है. उनके द्वारा यह बोला जा रहा है कि जदयू के बहुत सारे नेता हमारे संपर्क में हैं लेकिन, हकीकत यह है कि जदयू के लोग इतने भी अज्ञानी तो नहीं है कि बीजेपी में अगर जाना होगा तो आज के समय में मोदी जी के संपर्क में रहेंगे. उन्होंने कहा कि यही प्रमाण है कि सुशील मोदी खाली बैठे हुए हैं और बैठे - बैठे बस ख्याली पलाव पकाते रहते हैं. मोदी जी भी बेरोजगार बैठे हैं तो कुछ- कुछ बोलकर अपना काम चलाते रहते हैं . किसी को उनसे यह पूछना चाहिए कि उनके संपर्क में कौन से नेता हैं.
इसके आगे विजय चौधरी ने कहा कि एक चीज जो उन्होंने कहा है वह गौर करने की बात है जिन लोगों को आगे टिकट मिलने की उम्मीद नहीं दिख रही है वह भाजपा में आना चाह रहे हैं. चुनाव का समय जब आता है तो जिनको टिकट नहीं मिलता है वो लोग दल -बदल करते रहते हैं. इसलिए यह सब बात करने का मतलब ही वैचारिक दिवालियापन है. पिछले कुछ दिनों में ऐसा झूठा हवा बनाया जा रहा है कि दोनों पार्टी विलय कर जाएगी या दोनों पार्टी में भगदड़ मच रहा है, जबकि ऐसा कुछ नहीं है. मंत्री विजय चौधरी ने कहा कि ऐसी कोई बात नहीं है ना जदयू के लोगों ने ऐसी बात की है ना राजद के लोगों ने तो समझ लीजिए कि यह बात सबसे ज्यादा भारतीय जनता पार्टी को पता है. इसी से आप अनुमान लगा लीजिए कि हम यदि यह कहें कि कल बीजेपी लोजपा में विलय कर रही है तो उसका क्या मतलब होगा ?
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