पटना(PATNA): वैसे तो अपने पूर्व कृषि मंत्री सुधाकर सिंह की ओर से उछाले गये सवालों से नीतीश कुमार हमेशा ही परेशान नजर आते हैं, उनकी कोशिश भरसक इन सवालों से बच निकलने की होती है, लेकिन आज उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के सामने ही सुधाकर का नाम सुन नीतीश कुमार अपने को रोक नहीं पाये और तेजस्वी यादव के सामने ही सुधाकर सिंह पर भड़क उठे.
किसानों को समर्पित है सरकार, किसी को जवाब देने की जरुरत नहीं
तेजस्वी यादव के सामने ही सुधाकर सिंह को निशाने पर लेते हुए उन्होंने कहा कि सरकार को सुधाकर सिंह की ओर से उछाले गये किसी भी सवाल का जवाब देने की जरुरत नहीं है, हम शुरु से ही किसानों के सवालों को उठाते रहें हैं, उनकी समस्याओँ का समाधान करते रहे हैं, किसी के कुछ भी बोलने से कोई फर्क नहीं पड़ता, हमारी सरकार किसानों को ही समर्पित है. जिसको जो भी बोलना है, बोलता रहे.
मौके पर मौजूद तेजस्वी ने नहीं तोड़ी कोई चुप्पी
हालांकि इस मौके पर मौजूद तेजस्वी यादव ने कोई टिप्पणी करना उचित नहीं समझा और उनके द्वारा चुप्पी साध ली गयी. अब यह चुप्पी का रहस्य क्या है, एक राजनीतिक चर्चा का विषय बना हुआ है.
सुधाकर सिंह को भेजी गयी है नोटिस, लेकिन अब तक नहीं हुई कोई कार्रवाई
यहां बता दें कि अभी कुछ दिन पहले ही तेजस्वी यादव ने कहा था कि सुधाकर सिंह को उनके बयानों के लिए पार्टी की ओर से नोटिस भेजा गया है, पार्टी स्टैंड से हटकर जिस किसी के द्वारा भी बयान दिया जायेगा, पार्टी कार्रवाई करेगी, लेकिन अब तक वह कार्रवाई नहीं हुई है. माना जा रहा है कि अब इस मामले में राजद सुप्रीमो लालू यादव के द्वारा ही कोई कदम उठाया जायेगा.
राजनीतिक विश्लेषकों का आकलन, इसके पीछे राजद प्रमुख की रणनीति
वहीं राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि सुधाकर सिंह के इन बयानों के पीछे राजद की रणनीति है, बैगर राजद सुप्रीमो के संकेत के सुधाकर सिंह मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के खिलाफ इस प्रकार के बयान नहीं दे सकते. जिस दिन राजद प्रमुख सुधाकर सिंह को साफ संकेत दे देंगे, उसी दिन से सुधाकर सिंह की बयानवाजी खत्म हो जायेगी.
रिपोर्ट: देवेन्द्र कुमार
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