पटना (PATNA) : शराब से नुकसान पहुंचने की खबरें तो आपने काफी सुनी होगी, मगर आपने कभी ऐसा सोचा है कि इससे किसी को फाइदा भी मिल सकता है. अगर नहीं तो आइए आपको ऐसी ही एक अनोखी खबर से रूबरू कराते हैं. जहां शराब की खाली बोतलों से चूड़िया बनाई जा रही हैं. अब शराब की बोलतों से बनी चूड़ियों से खनकेगी बिहार के महिलाओं की कलाइयां. बिहार सरकार की शराब बंदी योजना को सफल बनाने के लिए प्रशासनिक विभाग सक्रिय है और लगातार इसे लेकर छापेमारी कर रही है. वही निबंधन विभाग, उत्पाद विभाग , मध्य निषेद विभाग ने शराब के 39 टन खाली बोतलों को इकट्ठा किया है. इन खाली शराब के बोतलों से बिहार सरकार ने रोजगार की योजना बनाई गई है.
चूड़ियों को लेकर तैयारी
इसको लेकर राजधानी पटना से सटे सवलपुर इलाके में जीविका चूड़ी निर्माण केंद्र बनाया गया है. जहां शराब के खाली बोतलों से रंग बिरंगी चूड़ियों का निर्माण किया जा रहा है. इस केंद्र में जीविका दीदियों को फिरोजाबाद के कारीगर से प्रशिक्षण ले रही है. आने वाले समय में चूड़ियों के साथ- साथ शीशा का फ्लावर पॉट और अन्य प्रकार की सजावटी वस्तुओं का निर्माण किया जाएगा. जिसे बड़े पैमाने पर मार्केटिंग के जरिए बाजारों में सप्लाई की जाएगी. फिलहाल इन चूड़ियों को ग्रामीण इलाके के बाजारों में दिया जा रहा है. वही सरकार की इस योजना से जीविका के दीदी संतुष्ट है और सरकार को धन्यवाद दे रही है.
मिल रहा है रोजगार
इस योजना के तहत बिहार के लोगों को रोजगार का अवसर प्रदान किया गया है. शराब की बोतलों से बने चूड़ियों से न केवल इसका सही रूप से उपयोग किया जा रहा बल्कि इससे कई लोगों को रोजगार भी मिला है. जीविका दीदियों को रोजगार मुहैया कराया जा रहा है. इस योजना में जीविका समूह में पुरुषों को भी जोड़ा जा रहा है और उन्हें भी चूड़ी बनाने का प्रशिक्षण दिया जायेगा.
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