माता सरस्वती के बिना अधूरी थी ब्रह्मा जी की सृष्टि, तब हुआ वीणा देवी का अवतार,पढ़ें सरस्वती नाम पड़ने की वजह

माघ महीने की पंचमी तिथि पर बसंत पंचमी का त्यौहार मनाया जाता है. इस दिन विद्या की देवी माता सरस्वती की आराधना की जाती है. खासकर स्कूल, कॉलेज और इंस्टिट्यूट में विद्यार्थी और शिक्षक मुख्य रूप से माता सरस्वती को पूजते हैं, वहीं जितने भी कलाकार होते है, चाहे वह संगीतकार हो, या गायकर हो सभी माता सरस्वती को पूजते हैं लेकिन क्या आपको पता है की माता सरस्वती का इस सृष्टि में क्या योगदान है और उनकी रचना कैसे हुई थी और वह कैसे धरती पर अवतरित हुई थी.   

माता सरस्वती के बिना अधूरी थी ब्रह्मा जी की सृष्टि, तब हुआ वीणा देवी का अवतार,पढ़ें सरस्वती नाम पड़ने की वजह