टीएनपी डेस्क (TNP DESK) : क्रिसमस खुशियों का त्योहार है. क्रिसमस का नाम सुनते ही हमारे दिमाग में छोटे-छोटे घंटी, गिफ्ट, सैंटा क्लॉस, स्टार और टिम टिमाती लाइट से सजी क्रिसमस ट्री का चित्र बन जाता है. क्रिसमस ट्री के बिना क्रिसमस के त्योहार का आनंद अधूरा रहता है. बच्चों से लेकर बड़ों तक में क्रिसमस ट्री को अपने तरीके से सजाने की होड़ लगी रहती है. सभी के पास क्रिसमस ट्री को सजाने के लिए कुछ न कुछ नया रहता है. यह त्योहार लोगों को उत्साहित करता है. शायद ही आपको पता होगा कि क्रिसमस ट्री को यू ही सामान्य चीज़ों से नहीं सजाया जाता. बल्कि क्रिसमस ट्री में लगे सभी सजावट के सामान अलग-अलग मायने रखते हैं. क्रिसमस ट्री शांति, सुख-समृद्धि और अमरता की एक निशानी है. कुछ सजावट के सामान खुशियों का प्रतीक होते हैं तो कुछ आजादी और प्यार का प्रतीक होते हैं. तो जानते हैं कि क्रिसमस ट्री में अलग-अलग सजावट की चीज के क्या मायने हैं.
जिंगल बेल
क्रिश्चियन समुदाय में माना जाता है की घंटियों के बजने से बुरी आत्माएं भाग जाती हैं. क्रिसमस ट्री पर घंटियां यीशु के जन्म की घोषणा का भी प्रतीक मानी जाती हैं.
स्टार
स्टार भी मानवता के लिए आशा का प्रतीक माना जाता है. क्रिसमस की कहानी के अनुसार, स्वर्गदूतों के अलावा, बेथलहम का तारा ( क्रिसमस स्टार) आकाश में दिखाई दिया ताकि लोगों को बेबी जीसस का मार्गदर्शन मिल सके.
एंजेल
क्रिसमस ट्री में सजा एंजेल आजादी का प्रतीक होता है. ऐसी मान्यता है कि जीसस के जन्म की घोषणा में आकाश में सैकड़ों कबूतर प्रकट हुए थे. इस वजह से यह खुशी का भी प्रतीक मानी जाती है.
पाइन कोन
क्रिसमस ट्री में सजा पाइन कोन फलदायीता, अनंत काल, मातृत्व और उर्वरता का प्रतिनिधित्व करता है.
कबूतर/डव
कबूतर को डव के नाम से भी जाना जाता है. यह पक्षी पवित्र आत्मा, आजादी और खुशी का प्रतीक माना जाता है. यदि पक्षी घोंसले में है, तो यह झोपड़ी या घर में विश्वास का प्रतिनिधित्व करता है.
कैंडी केन
क्रिसमस ट्री की सजावट के लिए कैंडी केन को भी शामिल किया जाता है. यह लाल और सफेद रंग की एक चॉकलेट या मिठाई होती है. सफेद यीशु की पवित्रता का प्रतिनिधित्व करता है और लाल उनके रक्त या बलिदान के लिए खड़ा है. इसके साथ ही क्योंकि यीशु एक अच्छे चरवाहा कहे जाते थे, इसलिए कैंडी केन का आकार चरवाहे के लाठी जैसा होता है. ऐसी मान्यता है कि हाथों में कैंडी केन जैसी लाठी लिए विनम्र चरवाहे सबसे पहले मसीहा की पूजा करते थे.
क्रिसमस में क्यों सजाई जाती है क्रिसमस ट्री
क्रिसमस के लिए क्रिसमस ट्री सजाने की परंपरा सालों से चली आ रही है. ऐसी मान्यता है कि 25 दिसंबर को ईसा के जन्म की खुशी में स्वर्ग दूतों ने फर्न के पेड़ों को रोशनियों और सितारों से सजा दिया था. उन्हीं की याद में लोग हर साल अपने-अपने घरों में क्रिसमस ट्री सजाते हैं. बात दें कि एक क्रिसमस ट्री जीसस क्राइस्ट के जीवन काल की पूरी कहानी को दर्शाता है. क्राइस्ट के नए जीवन और उसके अमर होने की कहानी बताता है क्रिसमस ट्री. ट्री की शाखाएं और झाड़ियां मरता और कांटों के मुकुट का संकेत देती हैं. जिसे मसीहा ने क्रूस पर पहना था. हर एक सजावट मसीहा के जीवन के चरण का प्रतिनिधित्व करती है. लॉर्ड क्राइस्ट ने आजीवन जिन मूल्यों को बरकरार रखा, उसी को दर्शाने वाले चीजों से क्रिसमस ट्री को सजाया जाता है. ऐसा करके लोग जीसस और उनके सिखाए गए मूल्यों को याद करते हैं.
घर में सकारात्मकता बढ़ता है क्रिसमस ट्री
क्या आपको पता है कि घर में क्रिसमस ट्री सजाने से सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है. सरल शब्दों में कहा जाये तो ये आपके घर में पाजिटिविटी लाती है. क्रिसमस ट्री का संबन्ध अग्नि तत्व से माना गया है क्योंकि इसका आकार तिकोना होता है. अग्नि को शुद्धता का प्रतीक माना जाता है. यही वजह है कि क्रिसमस ट्री घर में नकारात्मकता को खत्म कर सकारात्मकता बढ़ाता है. इसे घर में रखने से पारिवारिक कलह, आपसी मन मोटाव और रिश्तों में खींचतान जैसी समस्या दूर हो जाती है और आपके घर में सुख-शांति और खुशियों का निवास होता है. तो इस क्रिसमस आप भी अपने घर क्रिसमस ट्री ज़रूर सजाएं.
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