TNP DESK:आचार्य चाणक्य ने अपने पूरे जीवन में कई ऐसी नीतियों की उत्पत्ति की है. जिससे उन्होंने सिखाया कि जब व्यक्ति उनकी नीतियों का पालन करता है, तो उसे सफलता और खुशी मिलती है, उसके बाद कोई भी किसी इंसान को खुशी से अपने जीवन जीने से नहीं रोक सकता है. आज हम जानेंगे कि दुःखी इंसान को सुख और शांति कैसे मिल सकती है. यदि कोई इस विश्व के उस मानव के टखे हुए शरीर को और बेचैन मन को आराम पहुंचा सकता है, तो वे केवल 3 व्यक्ति हैं. इसलिए चलिए, हम जानते हैं कि वे 3 व्यक्ति कौन हैं जो दुखी और बेचैन लोगों को खुशी और शांति दे सकते हैं.
बच्चे
आज के समय ये बिल्कुल भी जरूरी नहीं होता है की हर कोई इंसान अपने काम से खुश हो, कोई यहां अपने काम से परेशान है तो कोई अपने साथ काम करने वाले लोगों से, जब कोई व्यक्ति अपने घर आता है और अपने बच्चों को देखता है तो उसकी दिन भर की थकान दूर हो जाती है और वो पूरे तरीके से अपने थकान को भूल जाते है.
एक योग्य स्त्री
पति दिनभर काम पर रहकर अपने परिवार की देखभाल करता है, पत्नी और बच्चों को प्यार और समर्थन प्रदान करता है और परिवार की आवश्यकताओं का ध्यान रखता है. शाम को थककर घर लौटते समय, उसे अपने साथ उम्मीदें लेकर जाता है. इस परिस्थिति में, अगर वहां उसकी पत्नी दरवाजे पर खड़ी हो और अपने पति का स्वागत एक मीठी मुस्कान के साथ करे तो पति को भी काफी आनंद आता है. कुछ प्यारे शब्दों के साथ बातचीत करती हैं और उसे स्वादिष्ट भोजन परोसकर खुश करती हैं, तो ऐसा लगता है कि पति की पूरे दिन की थकान, तनाव और दुख समाप्त हो जाते हैं.
समझदार लोगों की संगति
यदि आप आगे बढ़ना चाहते हैं और सुख-समृद्धि प्राप्त करना चाहते हैं, तो आपको किसी समझदार और बुद्धिमान व्यक्ति के संग रहना चाहिए. हर दिन हमारे जीवन में कोई न कोई कठिनाई आती रहती है, जिससे हिम्मत और मनोबल कम हो सकता है. अगर आप इन सभी समस्याओं में उलझे रहेंगे, तो जिंदगी भारी लगने लगेगी और आपको चैन नहीं मिलेगा. लेकिन अगर आप किसी ज्ञानी, सज्जन या संत के साथ रहेंगे, तो आपको परेशानियों से बाहर निकलने का रास्ता मिलेगा और आप शांति का अनुभव करेंगे.
4+